जरूरतमंदों की सहायता ही जीवन का लक्ष्य- चंद्रकांत पटेल

जरूरतमंदों की सहायता ही जीवन का लक्ष्य- चंद्रकांत पटेल

जरूरतमंदों की सहायता ही जीवन का लक्ष्य- चंद्रकांत पटेल

500 जरूरतमंदों को कंबल का वितरण किया गया

चिरमिरी । सात समुंदर पार से अपने जन्म भूमि की सेवा करने आए अप्रवासी भारतीय चंद्रकांत पटेल ने 500 जरूरतमंदों को संयुक्त रूप से कंबल का वितरण किया । इस दौरान वृद्ध, असहाय व अन्य जरूरतमंदों के बीच उन्होंने घूम घूमकर कंबल का वितरण किया. 

    उन्होंने कहा कि अपने लिए हर इंसान जीता है लेकिन जो दूसरों के लिए जीता ही उसे ही असल में जिंदगी कहते हैं। लोगों की मदद करना, हर पल उनके साथ खड़ा रहना, इसी का नाम जिदगी है। 

        बता दें कि अप्रवासी भारतीय चंद्रकांत पटेल बीते 2 दशक से भी ज्यादा समय से अपने मातृभूमि के प्रति अपना दायित्व समझते हुए प्रतिवर्ष अमेरिका से चिरमिरी आकर जरूरतमंदों की सेवा में अपना योगदान देते आ रहे हैं ।

      श्री पटेल ने कहा कि बीते 5 दिनों से अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त आचार्य मृदुल कृष्ण गोस्वामी आपके शहर में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के माध्यम से गीता का पाठ आप लोगों के बीच कर रहे हैं । यदि पांच परिवार भी इस कथा के माध्यम से अपने जीवन में बदलाव लाते हैं तो यह मेरे लिए बड़े ही सौभाग्य की बात होगी । 

      पूरे देश में शराब पीने वाले 10 राज्यों में छत्तीसगढ़ आगे है। सत्संग का जीवन में बहुत प्रभाव पड़ता है । संतों का आशीर्वाद निरंतर मिलता रहे । श्री पटेल ने आगे कहा कि अमेरिका की जीवन शैली यहां के जीवन शैली से बिल्कुल उल्टी है । क्षेत्र एवं समाज के स्तर को हम ऊंचा करें, यही प्रयास हमारा मुख्य उद्देश्य है। कथा के माध्यम से नौजवानों में धर्म की जागृति पैदा होगी ।

       उन्होंने कहा कि सभी के प्रति एकात्मता और आदर का भाव हमें रखनी चाहिए सेवा के भावों को अंगीकार करते हुए समाज को अनुकरणीय दिशा दी जा सकती है। मानव समाज में हमेशा सेवाभाव होना अति आवश्यक है। इससे समाज के अंदर फैली कुरीतियां समाप्त होती हैं। सामान्य सेवा कार्यों को भी व्यक्ति यदि जीवन पर्यंत करता रहे तो उसका अहं भाव पूरी तरह समाप्त होकर उसके लिए आध्यात्मिक उत्थान का मार्ग प्रशस्त कर देगा। एक-दूसरे के प्रति प्रेमभाव से सामाजिक एकता, शांति और भाईचारे का आधार बनता है।

        कंबल वितरण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्वान आचार्य मिथिलेश महाराज ने कहा कि सामाजिक सेवा में तत्पर रहने वाले चंद्रकांत पटेल के प्रयास से ही क्षेत्र वासियों को तीसरी बार मृदुल कृष्ण गोस्वामी जी के मुखाग्रबिंदु से श्रीमद भागवत कथा का प्रवचन सुनने को मिल रहा है । धन होते हुए भी धन का सदउपयोग सामाजिक सेवा अथवा धार्मिक कार्य एक बड़ी कर्तव्य निष्ठा है|

क्षेत्र में धर्मांतरण छोटे-छोटे लालच देकर किया जा रहा है धर्मांतरण एक ऐसा घुन है, जिसके लगने से लकड़ी एक ठोकर लगने पर भी चकनाचूर हो जाती है । पटेल जी का संकल्प सनातन को आगे बढ़ाने में कारगर सिद्ध होगा । अपनी जन्मभूमि के लिए इन्होंने सिर्फ धार्मिक एवं सामाजिक क्षेत्र में ही नहीं बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में भी बड़ा योगदान देते हुए बच्चों को शिक्षा प्रदान कर रहे हैं । धर्म की रक्षा तब होगी जब हम धार्मिक बनेंगे । 

      इस दौरान संजय सिंह, राहुल भाई पटेल, प्रमोद सिंह, राकेश मित्तल, संतोष परमार, दिनेश भाई पटेल, समर सिंह, शिव बाबू मिश्रा, इंद्रपाल विश्वकर्मा सहित काफी संख्या में क्षेत्र के गणमान्य उपस्थित रहे ।