Big Breaking : बरवाला के देव जाहरवीर गोगाजी धाम में हुआ वार्षिक हवन व भण्डारे का आयोजन..यहां श्रद्धालुओं के असाध्य रोगों का होता है निवारण..पढ़ें पूरी ख़बर

Big Breaking : बरवाला के देव जाहरवीर गोगाजी धाम में हुआ वार्षिक हवन व भण्डारे का आयोजन..यहां श्रद्धालुओं के असाध्य रोगों का होता है निवारण..पढ़ें पूरी ख़बर

हाइलाइट्स-

- धाम में देव जाहरवीर गोगाजी, गुरू गोरखनाथ जी, नर्मदेश्वर महादेव जी, माता भद्रकाली जी, बटुक भैरव जी, भगवान शिव, भगवान शनिदेव के दर्शनों से होती है श्रद्धालुओं की सभी मनोकामना पूर्ण

 

- धाम की महंत और आध्यात्मिक गुरू बिन्दुनाथ जी उर्फ सिद्धेश्वरी नाथ जी और धाम के ईष्ट देव जाहरवीर गोगाजी के आशीर्वाद से होता है श्रद्धालुओं के असाध्य रोगों का निवारण

 

बागपत, उत्तर प्रदेश। विवेक जैन। जनपद बागपत में स्थित उत्तर भारत के प्रसिद्ध तीर्थो में शुमार बरवाला के देव जाहरवीर गोगाजी धाम में वार्षिक हवन व भण्डारे का आयोजन किया गया। आयोजित समारोह में देश के विभिन्न क्षेत्रों से आये प्रसिद्ध साधू संतो ने शिरकत की।

 

 वहीं, धाम की महंत और आध्यात्मिक गुरू बिन्दुनाथ जी उर्फ सिद्धेश्वरी नाथ जी ने सर्वप्रथम धाम के ईष्ट देव जाहरवीर गोगाजी और धाम में स्थित अन्य सिद्व भगवानों व देवी-देवताओं की पूजा अर्चना की। इसके बाद एक विशाल यज्ञ का आयोजन किया गया जिसमें उपस्थित श्रद्धालुओं ने समस्त विश्व के कल्याण के लिए आहुतियां डाली। इसके उपरान्त भण्डारे का आयोजन किया गया जिसमें श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। उपस्थित श्रद्धालुओं ने बताया कि बरवाला का देव जाहरवीर गोगाजी धाम जनपद बागपत के प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों में शुमार है। 

 

जानकारी के मुताबिक, हर वर्ष हजारों लोग अपने असाध्य रोगों के ईलाज और मनोकामना पूर्ण करने के लिए देव जाहरवीर गोगाजी मेडी, गुरू गोरखनाथ जी, नर्मदेश्वर महादेव जी, माता भद्रकाली जी, बटुक भैरव जी, भगवान शिव, भगवान शनिदेव की चमत्कारी मूर्तियों की पूजा अर्चना करते है। मान्यता है कि इस धाम में आने वाला व्यक्ति कभी खाली हाथ नही जाता। धाम की महंत और आध्यात्मिक गुरू बिन्दुनाथ जी उर्फ सिद्धेश्वरी नाथ जी और धाम के ईष्ट देव जाहरवीर गोगाजी के आशीर्वाद से श्रद्धालुओं की सभी समस्याओं और उनके असाध्य रोगों का निवारण होता है।

 

वहीं, धाम में प्रतिवर्ष 13 अगस्त को विशाल भंडारे का आयोजन किया जाता है, जिसमें देशभर के विभिन्न राज्यों से सैंकड़ो की संख्या में साधु-संत भाग लेते है। इस धाम में हर महीने की चौदस को भंडारे का आयोजन किया जाता है। इस धाम में प्रतिदिन श्रद्धालुओं के लिए लंगर की व्यवस्था होती है। धाम की महंत और आध्यात्मिक गुरू सिद्धेश्वरी नाथ जी नाथ सम्प्रदाय से जुड़ी हुई है।

 

दरअसल, उनकी बचपन से ही देव जाहरवीर गोगाजी और नीलकंठ महादेव में गहन आस्था रही है और अधिकांश समय इनकी साधना में ही व्यतीत करती है। देव जाहरवीर गोगाजी के कहने पर ही उन्होंने इस धाम का निर्माण करवाया। इस धाम में एक गौशाला भी है, जिसमें श्रद्धालुगण गायों की सेवा करते है। देव जाहरवीर गोगाजी धाम सामाजिक कार्यो में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। कोरोनाकाल में गुरू बिन्दुनाथ जी उर्फ सिद्धेश्वरी नाथ जी ने लोगों की सहायता करने मे बढ़-चढ़कर भाग लिया और लोगों को हर सम्भव सहायता प्रदान की। 

 

फिलहाल, इस अवसर पर बाबा मेघनाथ, अर्जुननाथ, बलवाननाथ, प्रकाशनाथ, पवननाथ, कृष्णनाथ, इंटरनेशनल अवार्डी, महामहिम राष्ट्रपति एवं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सम्मानित वरिष्ठ पत्रकार विपुल जैन, महिपाल प्रधान, सुखपाल, नरेश ठेकेदार, जितेन्द्र, प्रवीण, निशान्त, सनेह सहित हजारों लोग उपस्थित थे।