भिंड में दीवार गिरने से एक बच्चे की मौत:एक-दूसरे का हाथ थाम टॉफी खरीदने निकले मासूम भाई, दीवार गिरी, एक की मौत, दूसरा गंभीर‎

अटेर कस्बे के बनियान मोहल्ला‎में मंगलवार को दर्दनाक हादसा‎ हुआ। यहां दो बच्चों पर पड़ोस में‎बने एक घर की जर्जर दीवार गिर‎गई। यह दोनों आपस में सगे भाई‎थे। 5 साल उम्र का बड़ा भाई‎अपने तीन वर्षीय छोटे भाई का‎हाथ पकड़कर मोहल्ले की ही‎दुकान पर सामान लेने ले जा रहा‎था। हादसे में छोटे भाई की मौत हो‎गई और बड़े बच्चे के हाथ और पैर‎में फैक्चर हुआ है। इसे इलाज के‎लिए जिला अस्पताल में भर्ती‎किया गया है। अटेर पुलिस ने मर्ग‎कायम कर लिया है।‎ जानकारी के अनुसार बनियाना‎मोहल्ले में रहने वाले त्रिलोकी‎यादव अहमदाबाद में काम करते‎हैं। इनके दो बच्चे वंश उम्र 5 साल‎और अंश उम्र 3 साल हैं। कुछ‎दिन पहले त्रिलोकी अपने घर आए‎थे। मंगलवार को सुबह वह वापस‎अहमदाबाद जाने के लिए घर से‎निकले। इससे पहले दोनों बच्चों‎को कुछ रुपए दे गए। थोड़ी देर‎बाद ही वंश और अंश एक-दूसरे‎का हाथ पकड़कर दुकान पर‎सामान खरीदने चले गए। वंश‎कक्षा एक में पढ़ता है, इसलिए‎उसे कॉपी खरीदनी थी, जबकि‎उसके छोटे भाई को चॉकलेट‎आदि लेनी थी। घर से निकलते ही‎दोनों मासूम बच्चों के ऊपर पड़ोस‎में रहने वाले राकेश और कैलाश‎ यादव के घर की दीवार गिर गई।‎इससे यह बच्चे बुरी तरह दब गए।‎ मोहल्ले के लोगों ने इन्हें मलबे से‎बाहर निकाला। इसके बाद प्राइवेट‎गाड़ी से इलाज के लिए तत्काल‎जिला अस्पताल लाया गया। यहां‎डॉक्टर ने तीन साल के अंश को‎मृत घोषित कर दिया। वहीं, वंश‎का इलाज जारी है। हादसे की‎जानकारी लगने के बाद अटेर‎एसडीएम अंकुर रवि गुप्ता,‎ तहसीलदार राकेश इमले, पटवारी ‎बृजमोहन, जयवीर सिंह यादव,‎विजय बुधौलिया आदि लोग घटना‎स्थल पर पहुंचे।‎ भिंड तक पहुंचे थे पिता,‎खबर सुन अस्पताल गए‎ त्रिलोकी यादव अहमदाबाद जा रहे‎थे। वे भिंड तक ही पहुंचे थे कि‎तभी उन्हें इस हादसे की जानकारी‎लगी, जिसके बाद त्रिलोकी सीधे‎जिला अस्पताल पहुंचे। यहां उन्हें‎जानकारी दी गई कि तीन साल के‎बेटे वंश की मौत हो गई।‎ सचिव से जवाब मांगा है‎ मां बोली- कई बार कहा दीवार सही कराओ, नहीं कराई‎ मृतक वंश की मां नीलम यादव ने बताया कि पड़ोस में बने घर की दीवार‎काफी समय से जर्जर हालत में थी। इसमें दरार भी आ गई। घर वालों से‎दीवार सही कराने के लिए कहा जाता, तो यह लोग लड़ने के लिए उतारू‎हो जाते। इनके घर की महिलाएं गाली-गलौज तक करती थीं।‎ स्पष्टीकरण मांगा है एसडीएम अटेर‎ अंकुर रवि गुप्ता ने कहा कि जर्जर दीवार को ग्राम पंचायत की‎ओर से पहले से चिह्नित नहीं किया‎गया था। पंचायत सचिव से इस ‎मामले में स्पष्टीकरण मांगा है।‎ ,

भिंड में दीवार गिरने से एक बच्चे की मौत:एक-दूसरे का हाथ थाम टॉफी खरीदने निकले मासूम भाई, दीवार गिरी, एक की मौत, दूसरा गंभीर‎
अटेर कस्बे के बनियान मोहल्ला‎में मंगलवार को दर्दनाक हादसा‎ हुआ। यहां दो बच्चों पर पड़ोस में‎बने एक घर की जर्जर दीवार गिर‎गई। यह दोनों आपस में सगे भाई‎थे। 5 साल उम्र का बड़ा भाई‎अपने तीन वर्षीय छोटे भाई का‎हाथ पकड़कर मोहल्ले की ही‎दुकान पर सामान लेने ले जा रहा‎था। हादसे में छोटे भाई की मौत हो‎गई और बड़े बच्चे के हाथ और पैर‎में फैक्चर हुआ है। इसे इलाज के‎लिए जिला अस्पताल में भर्ती‎किया गया है। अटेर पुलिस ने मर्ग‎कायम कर लिया है।‎ जानकारी के अनुसार बनियाना‎मोहल्ले में रहने वाले त्रिलोकी‎यादव अहमदाबाद में काम करते‎हैं। इनके दो बच्चे वंश उम्र 5 साल‎और अंश उम्र 3 साल हैं। कुछ‎दिन पहले त्रिलोकी अपने घर आए‎थे। मंगलवार को सुबह वह वापस‎अहमदाबाद जाने के लिए घर से‎निकले। इससे पहले दोनों बच्चों‎को कुछ रुपए दे गए। थोड़ी देर‎बाद ही वंश और अंश एक-दूसरे‎का हाथ पकड़कर दुकान पर‎सामान खरीदने चले गए। वंश‎कक्षा एक में पढ़ता है, इसलिए‎उसे कॉपी खरीदनी थी, जबकि‎उसके छोटे भाई को चॉकलेट‎आदि लेनी थी। घर से निकलते ही‎दोनों मासूम बच्चों के ऊपर पड़ोस‎में रहने वाले राकेश और कैलाश‎ यादव के घर की दीवार गिर गई।‎इससे यह बच्चे बुरी तरह दब गए।‎ मोहल्ले के लोगों ने इन्हें मलबे से‎बाहर निकाला। इसके बाद प्राइवेट‎गाड़ी से इलाज के लिए तत्काल‎जिला अस्पताल लाया गया। यहां‎डॉक्टर ने तीन साल के अंश को‎मृत घोषित कर दिया। वहीं, वंश‎का इलाज जारी है। हादसे की‎जानकारी लगने के बाद अटेर‎एसडीएम अंकुर रवि गुप्ता,‎ तहसीलदार राकेश इमले, पटवारी ‎बृजमोहन, जयवीर सिंह यादव,‎विजय बुधौलिया आदि लोग घटना‎स्थल पर पहुंचे।‎ भिंड तक पहुंचे थे पिता,‎खबर सुन अस्पताल गए‎ त्रिलोकी यादव अहमदाबाद जा रहे‎थे। वे भिंड तक ही पहुंचे थे कि‎तभी उन्हें इस हादसे की जानकारी‎लगी, जिसके बाद त्रिलोकी सीधे‎जिला अस्पताल पहुंचे। यहां उन्हें‎जानकारी दी गई कि तीन साल के‎बेटे वंश की मौत हो गई।‎ सचिव से जवाब मांगा है‎ मां बोली- कई बार कहा दीवार सही कराओ, नहीं कराई‎ मृतक वंश की मां नीलम यादव ने बताया कि पड़ोस में बने घर की दीवार‎काफी समय से जर्जर हालत में थी। इसमें दरार भी आ गई। घर वालों से‎दीवार सही कराने के लिए कहा जाता, तो यह लोग लड़ने के लिए उतारू‎हो जाते। इनके घर की महिलाएं गाली-गलौज तक करती थीं।‎ स्पष्टीकरण मांगा है एसडीएम अटेर‎ अंकुर रवि गुप्ता ने कहा कि जर्जर दीवार को ग्राम पंचायत की‎ओर से पहले से चिह्नित नहीं किया‎गया था। पंचायत सचिव से इस ‎मामले में स्पष्टीकरण मांगा है।‎ ,