डीएवी स्कूल के छोटे बच्चे अगले शिक्षा सत्र से होगे शिफ्ट, गोदरीपारा विवेकानंद भवन के समीप एसई सीएल भवन में संचालित होंगी चार कक्षाएं

डीएवी स्कूल के छोटे बच्चे अगले शिक्षा सत्र से होगे शिफ्ट, गोदरीपारा विवेकानंद भवन के समीप एसई सीएल भवन में संचालित होंगी चार कक्षाएं

विभिन्न समस्याओं के निदान और संभावनाओं को लेकर मंत्री संग दौरे में जिले के कलेक्टर, डीएफओ और निगम अमला रहा शामिल

श्यामली गेस्ट हाउस में मंत्री ने अधिकारियों और निगम जनप्रतिनिधियों की ली आवश्यक बैठक, विभिन्न मुद्दों पर हुई सकारात्मक बातचीत

रोजगार, पर्यटन, जल संकट, शिक्षा, सड़क पर दिनभर मंथन, पानी पर एक सप्ताह का अल्टीमेटम, पीएचई को 10 प्वाइंटों में बोर करने निर्देश जारी

चिरमिरी । जीएम कॉम्प्लेक्स के श्यामली गेस्ट हाउस में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री व स्थानीय विधायक श्याम बिहारी जायसवाल अधिकारियों संग नगर निगम की संयुक्त आवश्यक बैठक ली, जिसमें नगर पालिक निगम चिरमिरी के महापौर राम नरेश राय, सभापति संतोष सिंह, आयुक्त नगर निगम आर. पी. आंचला, तहसीलदार चिरमिरी शशि शेखर मिश्रा, इंजीनियर नगर निगम चिरमिरी विक्टर, पीएचई स्टॉप सहित निगम के एमआईसी मेंबर उपस्थित रहे।   

        इससे पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने जिले के कलेक्टर डी. राहुल वेंकट, डीएफओ मनीष कुमार के साथ चिरमिरी के विभिन्न समस्याओं के निराकरण हेतु विभिन्न स्थानों का निरीक्षण कर जायजा लिया।

     ज्ञात हो कि नगर पालिक निगम चिरमिरी में नई शहर सरकार बनने के बाद महापौर प्राथमिक स्तर पर पेयजल संकट से निपटने के लिए संपूर्ण क्षेत्रों का बंपर दौरा कर रहे है लेकिन अप्रैल माह में अचानक से बढ़ा पारा पेयजल की समस्या को न्योता दे रहा है, इसी के मद्देनजर श्री जायसवाल ने आकस्मिक संयुक्त बैठक बुलाई। बैठक में विभिन्न मुद्दों के साथ पेयजल संकट से निपटने के लिए चिरमिरी के अलग अलग स्थानों में जहां बोर से पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके, उस स्थानों को चिन्हांकित कर लगभग 10 स्थानों में बोर कराया जाना सुनिश्चित किया । वही बड़ा बाजार, डोमनहिल, गोदरीपारा में निर्मित बड़े बड़े टंकियों को पाइप लाइन से जोड़कर वार्डों तक पानी पहुंचाने की बात कही और चिरमिरी में 10 स्थानों में बोर की सफलता के लिए पीएचई विभाग को जिम्मेदारी सौंपी। इस विषय पर स्वास्थ्य मंत्री ने पेयजल संकट के जल्द समाधान को लेकर एक सप्ताह का डेडलाइंस अधिकारियों और नगर निगम अमले को दिया। 

     उन्होंने चर्चा के बाद यह भी कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि बोर की सफलता के बाद डोमेनहिल में जल संकट से बचने के लिए 120 एचपी और 80 एचपी के दो पंपों की आवश्यकता पर गंभीरता से विचार कर जल्द समाधान किया जाना चाहिए और सख्त लहजे में चिरमिरी के विभिन्न प्वाइंटों के निरीक्षण संयुक्त रूप से अगले दिन से ही किए जाने का निर्देश भी दिया। बैठक में शामिल विभिन्न मुद्दों में अमृत जल मिशन -2 के बारे में भी विस्तार से चर्चा की गई। नगर उत्थान के लिए निगम को मिले 15 करोड़ रुपए में शामिल कार्यों की जानकारी अधिकारियों से हासिल किया जिसमें आयुक्त नगर पालिक निगम और इंजीनियर विक्टर ने नगर उत्थान की दिशा में किए जाने वाले कार्यों का लेखा जोखा बैठक में प्रस्तुत किया । वही चिरमिरी जलाशय, मेरो और आमाडांड जलाशयों की वर्तमान स्थिति की भी जानकारी एकत्रित करने का निर्देश मंत्री द्वारा अधिकारियों को दिया गया।  

       श्यामली गेस्ट हाउस में आयोजित आकस्मिक बैठक में नीलम सरोवर पार्क, एडवेंचर पार्क, वार्ड क्रमांक एक के पोड़ी साइडिंग को जंगल सफारी की तर्ज पर विकसित करने, मड हाउस, हल्दीबाड़ी स्थित सिद्ध बाबा शिव मंदिर के ऊपरी शिखर में 110 फीट भारत का झंडा लगाने, नालंदा परिसर के लिए 250 सीट की स्वीकृति आने पर संचालित किए जाने सहित मंगल भवन, चौपाटी तथा लाइवलीहुड के संचालन पर भी विस्तार से चर्चा हुई।

     इससे पूर्व श्री जायसवाल अधिकारियों संग क्षेत्र के दौरे में गोदरीपारा के उड़िया स्कूल का निरीक्षण किया जहां उड़िया स्कूल के भवन और संभावनाओं पर मंथन हुई । वहीं आगे गोदरीपारा के प्राथमिक कन्या स्कूल के वर्तमान स्थिति का हालत का आकलन किया गया। अगली कड़ी में बरतूंगा के डीएवी और लाहिड़ी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में भी संभावनाओं की तलाश के मद्देनजर जायजा लिया गया इस दौरान डीएवी स्कूल के स्थानांतरण की गंभीर हालत से निपटने के लिए मंत्री जी दल बल के साथ डीएवी बरतुंगा पहुंचे थे, जहां भारी संख्या में डीएवी में अध्ययन कर रहे बच्चों के परिजन भी मौजूद रहे। 

      उपस्थित स्थानीयजनों से चर्चा के उपरांत निर्णय निकला गया कि छोटे बच्चों को जो ओपन कास्ट माइंस के नजदीक भवन में LKG, UKG, 1ST और 2nd क्लास संचालित किया जा रहा है उसे शिफ्ट किया जाना चाहिए और अगले शिक्षा सत्र से गोदरीपारा के विवेकानंद भवन के समीप एससीएल के भवन जिसमें पूर्व में स्कुल संचालित था उसमें शिफ़्ट किया जाएगा और शेष बच्चे भवन निर्माण होने तक यथावत उसी भवन में फिलहाल उनका अध्ययन जारी रहेगा और यह निर्णय बच्चों के पालक, डीएवी संस्था मैनेजमेंट, एसई सीएल, कलेक्टर एमसीबी, डीएफओ एमसीबी और स्थानीय निवासियों के संयुक्त चर्चा और विचार विमर्श के बाद लिया गया।   

      उक्त बैठक के समापन बाद स्वास्थ्य मंत्री मीडिया से रूबरू हुए और उन्होंने कहा कि देखिए आज विभिन्न विषयों में से एक डीएवी के पास जो माइनिंग चल रहा है और उसके प्री प्रायमरी कक्षाओं को चलाने में खतरा महसूस हो रहा था, उसको लेकर बातचीत हुआ कि आगामी शिक्षा सत्र में जो यूकेजी, एलकेजी, पहली और दूसरी, ये चार कक्षाएं विवेकानंद भवन के पास जो पूर्व में एसईसीएल का स्कूल संचालित होता था उसमें चलेगा और शेष कक्षाएं नए भवन निर्माण होने के बाद एक साथ विस्थापित होंगे । साथ ही जो सती मंदिर है उसको विस्थापित किया गया है उसको पुरातत्व और संस्कृति विभाग के माध्यम से खुदाई में जैसे प्राप्त हुआ है उसी प्रकार से बनाया जा रहा है । इसके अलावा पीने के पानी को लेकर जगह जगह किस प्रकार से पेयजल आपूर्ति कर सकते है, इन सारे विषयों को लेकर बैठक किया गया । साथ ही साथ बाईपास सड़क, सड़कों का मरम्मतीकरण, पर्यटन में जो सुविधाएं किस प्रकार से बना सकते है और नीलम सरोवर पर भी चर्चा हुई । नया बस स्टैंड, विभिन्न संस्थाओं को संचालित करने के लिए भवन और जमीन की जो बात थी इसको लेकर राजस्व, नगर निगम, जनप्रतिनिधि के साथ व्यापक रूप से चिरमिरी के विकास पर चर्चा हुई है और सकारात्मक बातचीत हुई।