सार्वजनिक मूत्रालयों की नियमित देखरेख में हो साफ सफाई - के. डोमरु रेड्डी

सार्वजनिक मूत्रालयों की नियमित देखरेख में हो साफ सफाई - के. डोमरु रेड्डी

बाहर से आने वाले सब्जी विक्रेताओं विशेषकर महिलाओं को हो रही है भारी दिक्कत

चिरमिरी । चिरमिरी शहर में बाहर से आने वाले यात्रियों सहित आसपास के ग्रामीण अंचल से आने-जाने वाले सब्जी विक्रेताओं विशेषकर महिलाओं के प्रसाधन को लेकर होने वाली समस्याओं का ध्यान रखते हुए अपने कार्यकाल में जगह-जगह बनाए गए सार्वजानिक मूत्रालयों की जर्जर अव्यवस्था को देख पूर्व महापौर के. डोमरु रेड्डी ने नगर निगम कार्यालय में वर्तमान महापौर रामनरेश राय एवं आयुक्त राम प्रसाद अंचला को एक पत्र लिखकर नगर निगम क्षेत्र में दुर्गंधयुक्त बजबजाती एवं गंदगी से सराबोर शहर के सार्वजनिक मूत्रालय एवं शौचालय के उचित साफ- सफाई एवं नियमित रखरखाव न किए जाने के संबंध में निगम प्रशासन को जमीनी हकीकत से वाकिफ कराया है।

     पत्र में उन्होंने बताया कि नगर पालिक निगम क्षेत्र में सार्वजनिक मूत्रालयों एवं शौचालयों का हाल काफी दयनीय हो चुका है और शायद इसकी जानकारी शहर सरकार तक को नहीं है कि यहां सफाई कितने दिनों के अंतराल में होती है। जबकि शहरी सरकार द्वारा यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि नगर निगम के द्वारा इनके टंकियां में पानी कब और कितने दिनों में भरा जाता है । कहाँ कहाँ टंकी हैं, कहाँ चोरी हो गए हैं? साथ ही साथ- साथ सफाई के जानकारी एवं पानी की टंकी, वहां के दरवाजे सही सलामत हैं या नहीं? तभी तो इनकी नियमित सफाई नहीं होती। 

       जनता को होने वाली समस्याओं का जिक्र करते हुए श्री रेड्डी ने आरोप लगाते हुए कहा कि संबंधित सफाई विभाग के निष्क्रियता के कारण इनकी नियमित देखरेख न करने के कारण शहरवासियों को होने वाले समस्याओं के लिए जिम्मेदार अधिकारी पर कार्यवाही करनी चाहिए। इसके अलावा यह भी जांच का विषय बना हुआ है कि लाखों खर्च होने के बावजूद भी आखिर ऐसी दुर्दशा क्यों और किसके इशारे पर किया जा रहा है और साफ सफाई के नाम पर निकलने वाले पैसे आखिर किसके जेब में जा रहे हैं? 

      पूर्व महापौर श्री रेड्डी ने निगम प्रशासन को आड़े हाथों लेते हुए अपने पत्र में आश्चर्य व्यक्त करते हुए यह भी पूछा है कि जब प्रधानमंत्री के द्वारा स्वच्छ भारत अभियान को लेकर इतने भारी भरकम प्रयास करने के चर्चा जोर- शोर से चल रही है तो फिर हमारे शहर में साफ सफाई को लेकर इतनी अनदेखी कैसे कर ली जा रही है, क्या शासन के दिशानिर्देशों का कोई डर भय नहीं है?

     इसके साथ ही उन्होंने स्वच्छता की अपील के साथ सुझाव देते हुए कहा है कि पक्ष एवं विपक्ष के पार्षदों को साथ लेकर एक संयुक्त जांच टीम बनाकर जमीनी सच्चाई और क्षेत्र के जनता के मंशा का मूल्यांकन किया जाए तो हम और भी अधिक एवं अच्छे से कार्य कर सकते हैं, जिसका फायदा सीधे- सीधे धरातल पर एवं चिरमिरी की जनता को होगा।

       उन्होंने बताया कि सार्वजनिक मूत्रालय एवं शौचालयों की साफ- सफाई तथा नियमित रखरखाव के संबंध में आवश्यक पहल करके चिरमिरी के नागरिकों को इस महत्वपूर्ण सेवा को चुस्त - दुरुस्त करना बेहद जरूरी है।