कलेक्टर एसपी कांफ्रेंस में कड़े तेवर दिखाने के बाद सुशासन के लिए भ्रष्टाचार के सभी अवसरों को ख़त्म करने मुख्यमंत्री ने कसा कमर,किया टीबीसी के महाप्रबंधक को निलंबित : प्रशासनिक शिथिलता और लापरवाही बर्दाश्त नहीं करने के अपने दावे पर खरा उतरे सीएम साय

कलेक्टर एसपी कांफ्रेंस में कड़े तेवर दिखाने के बाद सुशासन के लिए भ्रष्टाचार के सभी अवसरों को ख़त्म करने मुख्यमंत्री ने कसा कमर,किया टीबीसी के महाप्रबंधक को निलंबित : प्रशासनिक शिथिलता और लापरवाही बर्दाश्त नहीं करने के अपने दावे पर खरा उतरे सीएम साय

रायपुर : प्रशासनिक शिथिलता और लापरवाही बर्दाश्त नहीं करने के अपने दावे पर सीएम साय पूरी तरह खरा उतरे हैं,गत दिनों कलेक्टर एसपी कांफ्रेंस में कड़े तेवर दिखाने के बाद सुशासन के लिए भ्रष्टाचार के सभी अवसरों को ख़त्म करने मुख्यमंत्री ने कमर कसते हुवे टीबीसी के महाप्रबंधक को निलंबित किया है। उक्त कार्यवाही से प्रदेश भर में ब्यूरोक्रेशी स्तर पर हड़कंप मचा है।

ज्ञात हो कि गत दिनों कलेक्टर एसपी कांफ्रेंस में सीएम साय ने कड़ा रुख अपनाते हुवे निर्देश दिया था कि राज्य में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुवे आगे सभी कलेक्टर्स एसपी और ब्यूरोक्रेशी काम करें,किसी भी सूरत में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जायेगा साथ ही लापरवाह अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी। उक्त अपने दावे पर सीएम साय शुक्रवार को खरा उतरे,जैसे ही उनके पास पाठ्य पुस्तक निगम अंतर्गत अधिकारियों द्वारा पुस्तकों को लापरवाहीपूर्वक रद्दी बनाने की घटना का जानकारी पहुंचा तत्काल मामले पर संज्ञान लेते हुवे जांच का आदेश दिया,जांच में प्रथम दृष्टया लापरवाही पाए जाने पर राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसर को निलंबित करने में सीएम साय ने जरा भी देर नहीं किया और अपने मंसूबा साफ करते हुवे तत्काल निलंबन आदेश जारी करने निर्देश भी दिया।

विदित हो की मुख्यमंत्री साय का प्रशासनिक शिथिलता और भ्रष्टाचार पर त्वरित कार्रवाई कर जीरो टॉलरेंस का स्पष्ट संकेत मिला है। छत्तीसगढ़ में साय सरकार भ्रष्टाचार के मुद्दे पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर चल रही है। 

क्या है मामला 

बीते दिनों छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम द्वारा छापी गई शैक्षणिक सत्र 2024-25 की नई किताबों को कबाड़ में बेचे जाने का मामला सामने आया था।मुख्यमंत्री साय ने सिलयारी स्थित रियल बोर्ड पेपर मिल में छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम द्वारा छापी गई वर्ष 2024-25 सत्र की नई किताबें के कबाड़ में बेचे जाने की घटना के प्रकाश में आने पर तत्काल गंभीरतापूर्वक संज्ञान लेते हुए अपर मुख्य सचिव श्रीमती रेणु पिल्ले को इस घटना की जांच के निर्देश दिए थे। जांच के उपरांत छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम के महाप्रबंधक राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसर प्रेम प्रकाश शर्मा की प्रथम दृष्टया लापरवाही परिलक्षित होने पर छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम, 1966 के तहत् तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम का मामला सामने आने पर इस घटना की जाँच का दायित्व मुख्य सचिव के पश्चात सबसे वरिष्ठ अधिकारी को देना यह स्पष्ट करता है कि इस राज्य में अब प्रशासनिक ढिलाई के दिन बीत चुके हैं । यदि किसी ने लापरवाही या भ्रष्टाचार किया, तो उस पर कार्यवाही अवश्य होगी। 

कलेक्टर एसपी कांफ्रेंस में सीएम ने दिया था निर्देश

सीएम साय ने कलेक्टर एसपी कांफ्रेंस में कहा था कि यह सुशासन की सरकार है और भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस है। किसी भी अधिकारी या कर्मचारी के द्वारा अपने शासकीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी तथा लापरवाह अधिकारियों पर तत्काल कड़ी कारवाई सुनिश्चित की जाएगी।