CG Breaking : चेन्नई दौरे पर सांसद बृजमोहन अग्रवाल.! शिक्षा, महिला और बाल कल्याण कार्यक्रमों की गहन समीक्षा..पढ़ें पूरी इ

CG Breaking : चेन्नई दौरे पर सांसद बृजमोहन अग्रवाल.! शिक्षा, महिला और बाल कल्याण कार्यक्रमों की गहन समीक्षा..पढ़ें पूरी इ

नई दिल्ली/रायपुर। वरिष्ठ भाजपा नेता और रायपुर लोकसभा सांसद बृजमोहन अग्रवाल संसदीय स्थायी समिति (शिक्षा, महिला, बाल, युवा एवं खेल) के साथ अध्ययन दौरे पर शनिवार को चेन्नई पहुंचे। इस दौरे का उद्देश्य विभिन्न राज्यों की शिक्षा और महिला-बाल कल्याण से संबंधित नीतियों और कार्यक्रमों का मूल्यांकन करना और उनके बेहतर क्रियान्वयन के लिए सुझाव तैयार करना था। चेन्नई प्रवास के दौरान सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने समिति अध्यक्ष दिग्विजय सिंह और अन्य सदस्यों के साथ कई अहम बैठकों में हिस्सा लिया। इनमें तमिलनाडु सरकार के स्कूल शिक्षा विभाग, सामाजिक कल्याण एवं महिला सशक्तिकरण मंत्रालय, भारत सरकार के स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के अधिकारी शामिल हुए।

 

  ज्ञात हो कि शिक्षा और महिला-बाल कल्याण पर विस्तृत चर्चा बैठक में समग्र शिक्षा अभियान की प्रगति की समीक्षा की गई। साथ ही तमिलनाडु सरकार द्वारा शुरू की गई विद्यालयों में विद्यार्थियों के लिए निःशुल्क नाश्ता योजना को भी विशेष रूप से सराहा गया। यह योजना बच्चों के पोषण स्तर में सुधार और स्कूल ड्रॉपआउट दर को कम करने में प्रभावी मानी जा रही है। इसी तरह, बैठक में गर्भवती और धात्री महिलाओं के लिए कल्याणकारी योजनाओं तथा महिलाओं और बच्चों में कुपोषण उन्मूलन के लिए किए जा रहे विशेष प्रयासों पर गहन चर्चा हुई। समिति ने माना कि कुपोषण जैसी समस्या पर राज्यों और केंद्र सरकार को मिलकर काम करने की आवश्यकता है ताकि जमीनी स्तर पर व्यापक सुधार लाए जा सकें। 

 

 

वहीं महिला सुरक्षा और POSH अधिनियम की समीक्षा इसके बाद समिति ने महिला एवं बाल विकास मंत्रालय और तमिलनाडु सरकार के सामाजिक कल्याण विभाग के साथ-साथ सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (PSU) के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। इस बैठक का मुख्य फोकस महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान पर रहा। समिति ने यौन उत्पीड़न निवारण (POSH) अधिनियम, 2013 के क्रियान्वयन की गहन समीक्षा की। यह समीक्षा केवल सरकारी विभागों तक सीमित नहीं रही, बल्कि इसमें बैंकों और पीएसयू के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया गया। समिति का यह कदम संगठित क्षेत्र में कानून के प्रभावी अनुपालन और कार्यस्थल पर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में अहम माना जा रहा है। 

 

 

दरअसल उच्च शिक्षा संस्थानों के साथ बैठक अध्ययन दौरे के अंतिम चरण में समिति के सदस्यों ने आईआईटी मद्रास का दौरा किया। यहां आईआईटी मद्रास, एनआईटीटीआर चेन्नई, केंद्रीय विश्वविद्यालय तमिलनाडु, गांधीग्राम ग्रामीण संस्थान, ऑरोविल फाउंडेशन, आईआईएसईआर तिरुपति तथा भारत सरकार और तमिलनाडु के उच्च शिक्षा विभागों के अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक हुई। इस बैठक में शिक्षण पद्धतियों में श्रेष्ठ अभ्यास, उद्योग-अकादमिक सहयोग, शोध पारितंत्र की उपलब्धियां, वित्तीय एवं मानव संसाधन संबंधी चुनौतियां, प्रशासनिक ढांचा और भौगोलिक परिस्थितियों के कारण उत्पन्न कठिनाइयां जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई। समिति ने माना कि भारत को शिक्षा के क्षेत्र में वैश्विक प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ाने के लिए उच्च शिक्षा संस्थानों को उद्योगों से जोड़ना और रिसर्च पर विशेष ध्यान देना आवश्यक है। 

 

 

फिलहाल सांसद बृजमोहन अग्रवाल का बयान अध्ययन दौरे के अंत में सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह दौरा अत्यंत उपयोगी रहा। उन्होंने कहा- “शिक्षा और महिला-बाल कल्याण से जुड़े मुद्दों को समझने और देशभर में बेहतर नीतियों के निर्माण के लिए यह दौरा एक महत्वपूर्ण कदम है। तमिलनाडु द्वारा विद्यार्थियों और महिलाओं के लिए लागू किए गए कई अभिनव कार्यक्रम वास्तव में प्रेरणादायी हैं। हमें इनसे सीख लेकर पूरे देश में लागू करने की दिशा में काम करना होगा।” उन्होंने आगे कहा कि समिति का फोकस केवल नीतियों की समीक्षा तक सीमित नहीं है बल्कि उनका उद्देश्य इन्हें जमीन पर लागू करने में आने वाली समस्याओं का समाधान निकालना भी है। भविष्य की दिशा इस अध्ययन दौरे से प्राप्त निष्कर्षों और सुझावों को समिति केंद्र सरकार के समक्ष प्रस्तुत करेगी। इसके आधार पर आने वाले समय में शिक्षा और महिला-बाल कल्याण से जुड़े कार्यक्रमों और कानूनों को और अधिक प्रभावी ढंग से लागू करने की योजना बनाई जाएगी। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे अध्ययन दौरे नीति-निर्माण प्रक्रिया को समृद्ध करते हैं और राज्यों के बीच श्रेष्ठ प्रथाओं (Best Practices) के आदान-प्रदान को बढ़ावा देते हैं।