Big News : NIA का बड़ा एक्शन..8 राज्यों में 15 जगहों पर छापेमारी..पाकिस्तान लिंक का खुलासा..पढ़ें पूरी खबर

नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने शनिवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान से जुड़े एक जासूसी नेटवर्क के खिलाफ देश के आठ राज्यों में 15 स्थानों पर एक साथ छापेमारी की। इस छापेमारी का उद्देश्य पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी से जुड़े संदिग्ध व्यक्तियों और उनके नेटवर्क का पर्दाफाश करना था, जो भारत में जासूसी गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे।
किन राज्यों में हुई छापेमारी?
जानकारी के मुताबिक यह व्यापक तलाशी अभियान दिल्ली, महाराष्ट्र (मुख्य रूप से मुंबई), हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, असम और पश्चिम बंगाल में चलाया गया। इन राज्यों में ऐसे संदिग्धों के ठिकानों को निशाना बनाया गया जो पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव्स (PIOs) के संपर्क में थे और भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल थे।
क्या बरामद हुआ?
ज्ञात हो कि एनआईए टीमों ने छापेमारी के दौरान कई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स, अत्यंत संवेदनशील वित्तीय दस्तावेज और अन्य आपत्तिजनक सामग्री जब्त की है। इन दस्तावेजों और उपकरणों की गहन जांच की जा रही है ताकि यह पता चल सके कि जासूसी के इस नेटवर्क की जड़ें कितनी गहरी हैं और कौन-कौन इससे जुड़ा है। ये सभी सबूत पाकिस्तान में बैठे ऑपरेटिव्स द्वारा संचालित एक आतंकी साजिश की ओर इशारा कर रहे हैं, जिसका उद्देश्य भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचाना था।
प्रारंभिक जांच में क्या खुलासा?
वहीं एनआईए की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि जिन संदिग्धों के ठिकानों पर छापे मारे गए हैं, उनके पाकिस्तान के खुफिया एजेंसियों से सीधे संपर्क थे। ये संदिग्ध न केवल जासूसी का काम कर रहे थे, बल्कि वित्तीय माध्यमों के रूप में भी कार्य कर रहे थे। उन्हें विदेश से फंड प्राप्त हो रहे थे, जिनके बदले में वे भारत से संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान भेज रहे थे। दर्ज किया गया मामला एनआईए ने इस प्रकरण में 20 मई 2025 को एक मामला दर्ज किया था। मामला नंबर RC-12/2025/NIA/DLI के तहत पंजीबद्ध किया गया था, जब एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया, जो वर्ष 2023 से लगातार पाकिस्तान इंटेलिजेंस एजेंसी से जुड़कर भारत की सुरक्षा से संबंधित गोपनीय जानकारियां लीक कर रहा था। बदले में उसे भारत में कई माध्यमों से फंडिंग प्राप्त हो रही थी।
किन धाराओं में मामला दर्ज?
दरअसल एनआईए ने यह मामला कई गंभीर धाराओं के तहत दर्ज किया है, जिनमें शामिल हैं: भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNS) 2023 की धारा 61(2), 147, 148 Official Secrets Act 1923 की धारा 3 और 5 Unlawful Activities (Prevention) Act, 1967 (UA(P)) की धारा 18 इन धाराओं के तहत देशद्रोह, गुप्त सूचना लीक करना, देश की सुरक्षा को खतरे में डालना तथा आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देना जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं।
फिलहाल एनआईए इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है। जब्त किए गए दस्तावेजों और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की फॉरेंसिक जांच की जा रही है। एजेंसी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कितने लोग इस नेटवर्क का हिस्सा हैं, और क्या इससे जुड़ी कोई बड़ी साजिश भारत में सक्रिय है। संभावना है कि आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।