जिलाध्यक्ष अनुपा कुशवाहा के नेतृत्व पर पोषण ट्रेकर के संबंध में कलेक्टर को सौंपा गया ज्ञापन,मोबाइल में तकनीकी समस्या के कारण पोषण ट्रेकर बन रहा कार्यकर्ताओं के लिये आफत का पुड़िया,गलती कुछ भी नहीं और काटा जा रहा वेतन

जिलाध्यक्ष अनुपा कुशवाहा के नेतृत्व पर पोषण ट्रेकर के संबंध में कलेक्टर को सौंपा गया ज्ञापन,मोबाइल में तकनीकी समस्या के कारण पोषण ट्रेकर बन रहा कार्यकर्ताओं के लिये आफत का पुड़िया,गलती कुछ भी नहीं और काटा जा रहा वेतन

जशपुर : पोषण ट्रैकर एप आंगनबाड़ी कार्यकताओं और सहायिकाओं के लिए सरदर्द बनते जा रहा है,इसमें तकनीकी कमी के कारण बिना कारण कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का वेतन कटौती विभागीय अधिकारियों के द्वारा किया जा रहा है जबकि खुद अधिकारी कर्मचारी तकनीकी खराबी के सम्बन्ध में विस्तार से जान रहे है बावजूद कार्यकताओं को प्रताड़ित करने अनोखा षड्यंत्र उनके द्वारा रचा जा रहा है जिस संबन्ध में कलेक्टर अंबिकापुर को ज्ञापन सौंप समस्या का निराकरण करने मांग किया गया है।

ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ पंजी. 409 की सरगुजा जिलाध्यक्ष अनुपा कुशवाहा के नेतृत्व में कलेक्टर अंबिकापुर को ज्ञापन सौंपा गया है।जिसमें पोषण ट्रैकर एप में आ रही समस्याओं के संबंध में विस्तार से बताया गया है। आवेदन में उल्लेख है कि टी.एच.आर.वितरण के विभागीय वर्तमान व्यवस्था के अनुसार नया वर्जन के अनुसार किया जाना है.हितग्राही का आधार लेना है मोबाईल से ओटीपी लेना है ओटीपी लोड करने के बाद ही टीएचआर प्रदान किया जाना है इसमे कई ब्यवहारिक समस्या आ रही है जिसमें प्रमुख रूप से हर माह एक ही आदमी टीएचआर लेने आ सकता है। घर का दुसरा सदस्य कोई सदस्य नही आ सकता है।कई हितग्राही ओटीपी बताने से मना करते है.इससे हित ग्राही कम होंगे।कुछ ऐसे भी हितग्राही है जिनके पास या तो मोबाईल नही होता या फिर उनके घर मे एक ही मोबाईल होता है जिसे उनके पति या बच्चे ले जाते है.ऐसी स्थिति मे टीएचआर वितरण प्रभावित हो रहा है।कई स्थानो मे सर्वर/नेट समस्या रहती है मोबाईल ठीक से नही चलता जिसके कारण भी टीएचआर वितरण प्रभावित हो रहा है।कार्यकर्ताओ को जो मोबाईल प्रदान किया गया है उसमे यह कार्य संभव नही हो पा रहा है इसके लिये कम से 5 जीबी की मोबाइल की आवश्यकता होगी। सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को अभी भी मोबाईल प्राप्त नही हुआ है।आदिवासी वनांचल कुछ क्षेत्र मे विशेष जन जाति पहाड़ी कोरवाओ के पास मोबाईल ही उपलब्ध नही है जिससे मोबाईल योजना से विभाग द्वारा दी जाने वाली सुविधा प्रभावित हो रही है। पोषण ट्रेकर पर एफआरएस फोटो कैपचर से पोषाहार वितरण मे भी कई परेशानी आ रही है मैदानी क्षेत्र मे यह संभव नही है इस दिय इसका वितरण कार्य पूर्व की भांति आफ लाईन कराई जावे।मोबाईल रिचार्ज प्रति माह 500/- स्वीकृत किया जावे।इसी तरह से कई ब्यवहारिक समस्यायें फिल्ड मे आरही है.इन समस्याओ के कारण यदि टीएचआर /पोषणट्रेकर का वितरण सही समय और सही मात्रा मे नही हो पाने के कारण आन लाईन मानदेय कटोती की बात संघ के संज्ञान मे आ रही है।