अनोखा सराहनीय पहल के साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने किया शांतिपूर्ण तरीके से हड़ताल,8 हजार से ज्यादा संख्या में निकाली गई रैली

जशपुर : जीने लायक वेतन की मांग और पदाधिकारियो पर हो रही बर्खास्तगी की कार्यवाही को वापसे लेने सहित 8 सूत्रीय अन्य प्रमुख मांगें को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने रणजीता स्टेडियम चौक में हड़ताल के दौरान विशाल आमसभा का आयोजन किया।जिसमें कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने जमकर हल्ला बोल करते हुवे सरकार से लंबित मांगों को पूरा करने का आग्रह किया।यहां हुवे अनोखे हड़ताल की गूंज समूचे प्रदेश में सुनाई दी,अभी तक के इतिहास में पहला ऐसा हड़ताल रहा है जिसमें सरकार और शासन प्रशासन के खिलाफ कोई भी न तो नारेबाजी किया गया और न ही खिलाफ में कुछ भाषण दिया गया।
ज्ञात हो कि 1 सितंबर को संयुक्त मंच के बैनर तले विभिन्न लंबित मांगों पर ध्यानाकर्षण हेतु अनोखा हड़ताल जशपुर के रणजीता स्टेडियम में किया गया।इस हड़ताल में सरकार और शासन के खिलाफ न तो कोई नारेबाज़ी संघ ने किया और न ही कोई भाषण दिया गया,इतना ही नहीं खिलाफ में कोई भी न तो पोस्टर बैनर कहीं लगा।शांतिपूर्ण तरीके से किये गए इस हड़ताल में सरकार का ध्यानाकर्षण करते हुए आमसभा का आयोजन हुआ जिसके बाद रैली निकाल कलेक्टर के पास प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
उक्तशय की जानकारी देते हुए कार्यकारी प्रांताध्यक्ष और जिलाध्यक्ष जशपुर श्रीमती कविता यादव ने बताया कि अपने मांगों के समर्थन में शासन प्रशासन का ध्यानाकर्षण कराना ही हमारा एकमात्र उद्देश्य है शांतिपूर्ण तरीके से भारी संख्या में कार्यकर्ताएं और सहायिकाएं आज अपनी लंबित मांगों के समर्थन में कलेक्टर के माध्यम से 8 सूत्रीय मांगों को लेकर पीएम और सीएम के नाम ज्ञापन सौंपने यहां एकत्रित हुई है।संयुक्त मंच के बैनर तले समूचे राज्य में आज जिलास्तरीय एक दिवसीय हड़ताल किया जा रहा है।उक्त आयोजन में सामूहिक अवकाश ले एक दिवसीय हड़ताल पर भारी संख्या में कार्यकर्ताएं और सहायिकाएं दीदी शामिल हुई है।जिसमें सरकार के खिलाफ न नारेबाजी किया जा रहा और न ही सरकार के खिलाफ कोई मोर्चा खोला जा रहा बल्कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बताए मार्ग का अनुशरण करते हुवे शांतिपूर्ण तरीके से अनोखा अंदाज में हड़ताल किया जा रहा है। 1 सितम्बर को प्रदेश के समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रो मे ताला लटका हुआ है,जीने लायक वेतन देने और पदाधिकारियो पर हो रही बर्खास्तगी की कार्यवाही को वापसे लेने की मांग संघ ने प्रमुखता से रखी है।
संघ की 8 सूत्रीय लंबित मांग है जिसे कलेक्टर के माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी के नाम ज्ञापन सौंपा जायेगा और विनम्र निवेदन करते हुवे मांगों को पूरा करने आग्रह किया जायेगा।शांतिपूर्ण तरीके से होने वाले इस आयोजन को लेकर कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं दीदियों में भारी उत्साह देखा गया है जिनके द्वारा खुद अपने हाथों से तख्ती पोस्टर बैनर झंडा डंडा तैयार किया गया है। अपने हक और अधिकार के लिए आवाज उठाने कमर कस सभी कार्यकर्ता और सहायिका दीदी आज यहां भारी संख्या में एकत्रित हुए हैं।उक्त सभी मांगो और समस्या के संबंध मे संघ के प्रतिनिधियो ने सरकार से आग्रह किया है,कि हम समस्या का निराकरण बैठक के माध्यम से चाहते है.इस विषय में सचिव,संचालक और कलेक्टर को पत्र भी दिया है, और प्रत्यक्ष रूप से भेट मुलाकात करके भी दिया गया है ,लेकिन शासन के तरफ से कोई सार्थक पहल नही होने के कारण दिनांक 01 सितम्बर 25 छत्तीसगढ़ के एक लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका 33 जिलो मे भारी संख्या अपनी मांगो के समर्थन मे काम बंद कर सड़क पर उतरे हैं।
श्रीमती यादव ने आगे कहा कि आइसीडीएस की देश मे स्थापना हुये लगभग 50 वर्ष होने को है, इन केन्द्रो मे देश भर मे लगभग 27 लाख से भी अधिक महिला आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाये कार्यरत है,आज तक सरकार इन्हे ना मजदूर मानती है ना कर्मचारी.बुनियादी सुविधा और मूलभूत मांगे जैसे जीने लायक वेतन. समाजिक सुरक्षा के रूप मे बुढ़ापे की सहारा पेशन.ग्रेज्युवेटी.समूह बीमा और चिकित्सा सम्मान और शासकीयकरण की मांग को पूरा किया है, कार्यकर्ता सहायिका अपनी मांगों को लेकर 50 साल से संघर्षरत है।
शुरू किया गया सराहनीय पहल
संयुक्त मंच के 6 कार्यकर्ताओं की संघ के कार्यों में सक्रिय रहना के कारण दमनकारी नीति अपनाते हुए उनके खिलाफ कार्यवाही की गई है।ऐसे पीड़ित कार्यकर्ताओं को जब तक न्याय नहीं मिल जाता और उनकी नौकरी उन्हें वापस नहीं मिल जाता तब तक संघ ने उनका चूल्हा चौकी का खर्च उठाने का बीड़ा उठाया है।श्रीमती कविता यादव ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि सर्व सहमति से निर्णय लिया गया है कि संघ के कार्यों में सक्रियता और संलिप्तता के कारण यदि किसी भी कार्यकर्ता और सहायिका पर कार्यवाही होता है तो संघ उनका आर्थिक मदद करते हुए 10 हजार रुपए प्रतिमाह उन्हें खर्च देगा और यह खर्च तब तक संघ के द्वारा उठाया जायेगा जब तक कि पीड़ित कार्यकर्ता या सहायिका को न्याय न मिल जाए।उक्त सराहनीय कदम का सभी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के द्वारा सराहना करते हुए स्वेच्छानुसाद सहयोग राशि जमा किया गया।
8 हजार से ज्यादा कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने निकला रैली
आमसभा के समापन के बाद दोपहर 2 बजे कार्यक्रम स्थल रणजीता स्टेडियम चौक से रैली बस स्टैंड होते हुए कलेक्ट्रेड कार्यालय के लिए निकली,जहां मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के नाम 8 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया।लगभग 8 हजार से ज्यादा संख्या में कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने जिला मुख्यालय में रैली निकाला मांगों के समर्थन में नारा लगाया।रैली इतनी ज्यादा लंबी थी कि एक छोर इसका जिला पंचायत के पास था तो दूसरा छोर बालाजी मंदिर के पास था।यह रैली रणजीता स्टेडियम से निकलते हुए महाराजा चौक बस स्टैंड बाजार डांड विवेकानंद कालोनी और दरबारी टोली हो कलेक्ट्रेट परिसर पहुंची।जहां कलेक्टर के प्रतिनिधि के रूप में अपर कलेक्टर प्रदीप साहू को संघ द्वारा ज्ञापन सौंपा गया।