तीन पंचायतों के सैकड़ों किसान खेत में पानी के लिए मोहताज

छत्तीसगढ़ संवाददाता भोपालपटनम, 15 मई।मद्देड़ गांव के तालाब में आश्रित तीन पंचायतों के सैकड़ों किसान खेत में पानी के लिए मोहताज हो रहे हैं। स्लूज गेट खऱाब, बह रहा पानी तालाब का केनाल और स्लूज गेट पूरी तरह खऱाब हो चुका है। जिसके कारण मद्देड़ तालाब का पानी खेतों तक नहीं पहुंच पा रहा है। इस वजह से किसान काफी परेशान तथा चितित हैं। खेतों तक पानी नहीं पहुंच पाएगा, तो खेत में बोया हुआ फसल खऱाब हो जाएगा। किसानों को खेती के समय पानी की ज्यादा आवश्यकता होती है। मद्देड़ के किसानों ने बताया कि स्लूज गेट व केनाल मरम्मत होनी चाहिए। किसानों का कहना है कि शासन द्वारा इसकी थोड़ी बहुत मरम्मत होती है, परंतु ज्यादा बारिश होने तथा बाढ़ के पानी से मिट्टी कट जाता है। केनाल और स्लूज गेट की समस्या हर वर्ष की समस्या है, जिससे किसान परेशान रहते हंै। इस तालाब के पानी से तीन पंचायत के किसान लाभान्वित रहते हंै। मद्देड़ के अलावा आस-पास के सैकड़ों किसान तालाब के पानी पर निर्भर हंै। ईई के पास पहुंचे किसान मंगलवार को किसान पानी की समस्या को लेकर कलेक्टर से मिलने पहुंचे थे, लेकिन मुलाकात नही हुई। किसान फिर जल संसाधन विभाग के ई.ई. उमाशंकर राम से मुलाकात कर खेतों में सिंचाई के लिए पानी की समस्या पर बात की गई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि समस्याओं पर जल्द ध्यान देकर काम करवाएंगे। किसानों में मिच्चा मुतैया, संतोष पुजारी, इद्रारप बतकैया,पीबी कन्हैया,बी.संजय, वेंकटेश्वर,नागराज, राजन्ना, गणपत, समैया, शिवकुमार व बानैया, ईश्वरोज लक्ष्मीनारायण,पी. सुशील कुमार, कोतुर नरेंद्र,ईश्वरोज रमेश, मरकेला सत्यम, पेद्दाबोई समैया, दुर्गम दुर्गेया, रामगुंडम पंडित, करनम श्रीनिवास,जिला मुख्यालय आए थे। किसान मिच्चा मुतैया ने बताया कि मद्देड़ तालाब किसानों की जीवन दायिनी है, लेकिन इस तालाब का पानी अनावश्यक बहता है, लेकिन इसे विभाग ने रोकने का प्रयास नहीं किया। बरसों से तालाब की मरम्मत नहीं हुई। जल संसाधन विभाग द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। शासन को किसानों द्वारा कई बार आवेदन देकर ध्यान आकर्षित किया गया है। किसान ईश्वरोज श्रीनिवास बताया कि समय के पहले फसल सूख जाती है। सिंचाई की सुविधा नहीं मिल रही है। फसल नुकसान होने से कृषि ऋ ण चुकाना मुश्किल होता है। ग्राम मद्देड़ के तालाब का केनाल तथा स्लूसज गेट स्थायी रूप से मरम्मत करने की अवश्यकता है। किसान संतोष पुजारी ने बताया कि अधिकारी ने स्लूस गेट का काम करवा देंगे का आश्वासन दिए है। केनाल का काम टेंडर से होना है, इसलिए इसमें अभी वक्त लगेगा। हम किसान काफ़ी समय से परेशान है। कार्यपालन अभियंता उमाशंकर राम ने बताया कि मद्देड़ के किसान पहुंचे थे। तालाब में मरम्मत की आवश्यकता है। तीन साल से टेंडर निकाला जा रहा है, लेकिन काम करने को कोई तैयार नहीं हुए है। केनाल व अन्य कार्य के लिए विभाग के द्वारा 2. 90 करोड़ रूपए स्वीकृत किए गए। फिर से टेंडर निकाली जाएगी। काम जल्दी कराने के प्रयास में विभाग लगा हुआ है।

तीन पंचायतों के सैकड़ों किसान खेत में पानी के लिए मोहताज
छत्तीसगढ़ संवाददाता भोपालपटनम, 15 मई।मद्देड़ गांव के तालाब में आश्रित तीन पंचायतों के सैकड़ों किसान खेत में पानी के लिए मोहताज हो रहे हैं। स्लूज गेट खऱाब, बह रहा पानी तालाब का केनाल और स्लूज गेट पूरी तरह खऱाब हो चुका है। जिसके कारण मद्देड़ तालाब का पानी खेतों तक नहीं पहुंच पा रहा है। इस वजह से किसान काफी परेशान तथा चितित हैं। खेतों तक पानी नहीं पहुंच पाएगा, तो खेत में बोया हुआ फसल खऱाब हो जाएगा। किसानों को खेती के समय पानी की ज्यादा आवश्यकता होती है। मद्देड़ के किसानों ने बताया कि स्लूज गेट व केनाल मरम्मत होनी चाहिए। किसानों का कहना है कि शासन द्वारा इसकी थोड़ी बहुत मरम्मत होती है, परंतु ज्यादा बारिश होने तथा बाढ़ के पानी से मिट्टी कट जाता है। केनाल और स्लूज गेट की समस्या हर वर्ष की समस्या है, जिससे किसान परेशान रहते हंै। इस तालाब के पानी से तीन पंचायत के किसान लाभान्वित रहते हंै। मद्देड़ के अलावा आस-पास के सैकड़ों किसान तालाब के पानी पर निर्भर हंै। ईई के पास पहुंचे किसान मंगलवार को किसान पानी की समस्या को लेकर कलेक्टर से मिलने पहुंचे थे, लेकिन मुलाकात नही हुई। किसान फिर जल संसाधन विभाग के ई.ई. उमाशंकर राम से मुलाकात कर खेतों में सिंचाई के लिए पानी की समस्या पर बात की गई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि समस्याओं पर जल्द ध्यान देकर काम करवाएंगे। किसानों में मिच्चा मुतैया, संतोष पुजारी, इद्रारप बतकैया,पीबी कन्हैया,बी.संजय, वेंकटेश्वर,नागराज, राजन्ना, गणपत, समैया, शिवकुमार व बानैया, ईश्वरोज लक्ष्मीनारायण,पी. सुशील कुमार, कोतुर नरेंद्र,ईश्वरोज रमेश, मरकेला सत्यम, पेद्दाबोई समैया, दुर्गम दुर्गेया, रामगुंडम पंडित, करनम श्रीनिवास,जिला मुख्यालय आए थे। किसान मिच्चा मुतैया ने बताया कि मद्देड़ तालाब किसानों की जीवन दायिनी है, लेकिन इस तालाब का पानी अनावश्यक बहता है, लेकिन इसे विभाग ने रोकने का प्रयास नहीं किया। बरसों से तालाब की मरम्मत नहीं हुई। जल संसाधन विभाग द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। शासन को किसानों द्वारा कई बार आवेदन देकर ध्यान आकर्षित किया गया है। किसान ईश्वरोज श्रीनिवास बताया कि समय के पहले फसल सूख जाती है। सिंचाई की सुविधा नहीं मिल रही है। फसल नुकसान होने से कृषि ऋ ण चुकाना मुश्किल होता है। ग्राम मद्देड़ के तालाब का केनाल तथा स्लूसज गेट स्थायी रूप से मरम्मत करने की अवश्यकता है। किसान संतोष पुजारी ने बताया कि अधिकारी ने स्लूस गेट का काम करवा देंगे का आश्वासन दिए है। केनाल का काम टेंडर से होना है, इसलिए इसमें अभी वक्त लगेगा। हम किसान काफ़ी समय से परेशान है। कार्यपालन अभियंता उमाशंकर राम ने बताया कि मद्देड़ के किसान पहुंचे थे। तालाब में मरम्मत की आवश्यकता है। तीन साल से टेंडर निकाला जा रहा है, लेकिन काम करने को कोई तैयार नहीं हुए है। केनाल व अन्य कार्य के लिए विभाग के द्वारा 2. 90 करोड़ रूपए स्वीकृत किए गए। फिर से टेंडर निकाली जाएगी। काम जल्दी कराने के प्रयास में विभाग लगा हुआ है।