लगातार हो रहे मुश्लाधार बारिश से कलिया गायलूंगा और बुटंगा बन जाता है टापू,मूलभूत सुविधा के लिए सुगम व पक्की सड़क यहां के ग्रामीणों के लिए बना मात्र एक सपना

लगातार हो रहे मुश्लाधार बारिश से कलिया गायलूंगा और बुटंगा बन जाता है टापू,मूलभूत सुविधा के लिए सुगम व पक्की सड़क यहां के ग्रामीणों के लिए बना मात्र एक सपना

साहीडांड/जशपुर : बगीचा विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत कलिया,गायलूंगा और बुटंगा बारिश के दिनों में टापू सा निर्मित हो जाता है। लगातार हो रही मुश्लधार बारिश से इस क्षेत्र में ऐसी तबाही मचती है कि यहां निवासरत लोगों का अन्य ग्रामों और मुख्यालयों से आवागमन संपर्क टूट जाता है।मूलभूत सुविधा की मांग को लेकर यहां के ग्रामीणों द्वारा लगातार सुगम व पक्की सड़क का मांग शासन प्रशासन से किया गया है लेकिन बादलखोल अभ्यारण क्षेत्र होने के कारण तकनीकी दिक्कतों के कारण यहां सड़क ग्रामीणों के लिए सपना मात्र बन गया है।
ज्ञात हो कि बगीचा विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत कलिया,गायलूंगा और बुटंगा ग्राम में सप्ताह भर से हो रहे लगातार मुशलाधार बारिश के कारण मुख्य मार्ग में निर्मित पुल पुलिया क्षतिग्रस्त हो  चुका है। बारिश के कारण पानी का बहाव इतना ज्यादा है कि किसानों के खेत के मेड़ में भी पानी के तेज धार के सामने मेड भी बह जा रहा है।अब तक सबसे ज्यादा बारिश होने का भी रिकार्ड इस वर्ष दर्ज हुआ है। 
ग्रामीणों ने बताया कि इन ग्रामों में निर्मित पुराना मार्ग बारिश के बहाव में बह चुका है,जिस कारण यहां आवागमन बाधित हुआ है। ग्राम के चारों ओर पानी के जमाव और मार्ग अवरुद्ध होने से यह क्षेत्र टापू सा निर्मित हो गया है।आलम यह है कि यहां छात्र छात्राओं का स्कूल भी प्रभावित हो गया है तो वहीं क्षेत्र से अन्यत्र काम करने जाने वाले अधिकारी कर्मचारियों का भी कार्य प्रभावित हो रहा है।इतना ही नहीं ग्रामीणों को तहसील एवं जिला मुख्यालय जाने हेतु काफी जदोजहद झेलना पड़ रहा है।

मूलभूत सड़क का मांग बना ग्रामीणों के लिए एक सपना
अभ्यारण क्षेत्र अंतर्गत स्थित ग्राम पंचायत कलिया,गायलूंगा और बुटंगा आज आजादी के 75 साल बीत जाने के बावजूद मूलभूत सुविधाओं की कमी से जूझ रहा है। किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए मूलभूत बहुआयामी सुविधा शिक्षा स्वास्थ और सड़क प्रमुख होता है।लेकिन यहां सड़कों का खस्ताहाल और इस वक्त मार्ग अवरुद्ध की स्थिति यहां मूलभूत सुविधाओं की कमी का प्रमाण दे रहा है।ग्रामीणों के द्वारा कई बार शासन प्रशासन का ध्यान पक्की सड़क के लिए आकर्षित किया गया है,विभिन्न शिविरों और ज्ञापन के माध्यम से जनप्रतिनिधि सहित शासन प्रशासन से ग्रामीण लगातार सड़क निर्माण का मांग कर रहे हैं,लेकिन आज पर्यंत तक तक यहां मूलभूत सुविधाओं की कमी से ग्रामीण अपने आप को छला हुआ महसूस कर रहे हैं।ग्रामीणों ने बताया की सड़क की मांग को लेकर कई बार यहां धरना प्रदर्शन और चक्का जाम भी किया गया है लेकिन आज पर्यंत तक आश्वासन के अलावा उन्हें कुछ भी हासिल नहीं हुआ है।ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से मांग किया है कि वन अभ्यारण क्षेत्र अंतर्गत स्थित इन ग्रामों में जल्द ही सड़क निर्माण कराया जाए ताकि वह भी शासन की योजना का लाभ उठा सकें।