एसपी कोरिया के निर्देश पर तड़के सुबह हुई कॉम्बिग गश्त, कुल 100 अधिकारी- कर्मचारी हुए शामिल...

एसपी कोरिया के निर्देश पर तड़के सुबह हुई कॉम्बिग गश्त,  कुल 100 अधिकारी- कर्मचारी हुए शामिल...
एसपी कोरिया के निर्देश पर तड़के सुबह हुई कॉम्बिग गश्त,  कुल 100 अधिकारी- कर्मचारी हुए शामिल...

50 संदिग्धो को पकड़कर लाया गया थाना, 03 के विरुद्ध आबकारी एक्ट, 06 के विरुद्ध 170 BNSS, 16 के विरुद्ध 128 BNSS एवं 02 आदतन अपराधियों के विरुद्ध 129 BNSS के तहत की गई कार्यवाही

बैकुंठपुर । कोरिया जिले में अपराध और कानून व्यवस्था की स्थिति को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक कोरिया सूरज सिंह परिहार के निर्देश पर शुक्रवार को थाना चरचा क्षेत्र में तड़के सुबह अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कोरिया के नेतृत्व में व्यापक कॉम्बिंग गश्त का कराया गया। जिसमें पुलिस अनुविभागीय अधिकारी बैकुंठपुर, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय, उप पुलिस अधीक्षक बालक विरुद्ध अपराध अन्वेषण, थाना प्रभारी चरचा, पटना, सोनहत समेत रक्षित केंद्र, थाना अजाक, बैकुंठपुर, सोनहत एवं पटना के स्टाफ सम्मलित रहे।    

     इस गश्त का मुख्य उद्देश्य अपराधियों पर नज़र रखना, गुण्डा/निगरानी बदमाश की चेकिंग, गिरफ्तारी वारंट की तामिली, संदिग्ध गतिविधियों को रोकना और सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाना था।

    गश्त के दौरान कोरिया पुलिस ने चरचा शहर के विभिन्न संवेदनशील और भीड़भाड़ वाले इलाकों में व्यापक रूप से भ्रमण किया। पुलिस दल ने सभी प्रमुख स्थानों का निरीक्षण किया और वहां पर उपस्थित संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें पकड़कर थाना लाया गया । साथ ही इस अभियान के अंतर्गत, पुलिस ने गुंडा और निगरानी बदमाशों की गतिविधियों, उनके रहन-सहन और गुजर-बसर की जाँच भी की गई एवं उन्हें थाना लाकर उनकी परेड लिया जाकर हिदायत देकर छोड़ा गया ताकि कोई भी असामाजिक तत्व शहर की शांति भंग न कर सके। 

      इसके अतिरिक्त स्थानीय नागरिकों से भी बातचीत की गई, जिससे जनता का पुलिस के प्रति विश्वास और अधिक बढ़ सके और वे अपराध की रोकथाम में सहयोग कर सकें। उक्त गश्त के दौरान मुसाफिर, किरायेदारों की चेकिंग की गई, जिसमे यह देखा गया कि कोई ऐसा व्यक्ति तो निवासरत नहीं है जो किसी अपराध में संलिप्त है और फरारी काट रहा है।

     इस विशेष कॉम्बिंग गश्त के दौरान, पुलिस ने न केवल अपराधियों की पहचान की बल्कि लगभग 50 संदिग्ध लोगो को पकड़कर थाना लाया गया, जिनमे से 03 लोगो के विरुद्ध आबकारी एक्ट, 06 लोगो के विरुद्ध संज्ञेय अपराध घटित होने की आशंका में 170 BNSS, 16 लोगो के विरुद्ध संदिग्ध परिस्थिति में घूमते पाए जाने पर 128 BNSS एवं निरंतर आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहने वाले 02 आदतन अपराधियों के विरुद्ध 129 BNSS के तहत कार्यवाही भी किया गया है। गश्त के दौरान पुलिस द्वारा संदिग्ध व्यक्ति को देखने पर 05 संदिग्ध व्यक्तियों का SS Roll तैयार कर उसे उस थाने को भेजा गया है, जहां वह रहता है. इसका फ़ायदा यह होता है कि बाहरी बदमाशों को पुलिस अपराध करने से पहले ही पकड़ सकती है। 

     कोरिया पुलिस ने उन जगहों पर भी विशेष ध्यान दिया, जहाँ अवैध गतिविधियों की आशंका हो सकती थी, जैसे कि सुनसान गलियाँ, बंद मकान और अन्य संदिग्ध ठिकाने। पुलिस ने यह सुनिश्चित किया कि इन स्थानों पर कोई अप्रिय घटना न हो और हर तरह की अवांछित गतिविधियों को समय रहते रोका जा सके। 

     इस गश्त के परिणामस्वरूप, कोरिया पुलिस ने अपराधियों पर एक मजबूत संदेश भेजा कि कानून के दायरे में किसी भी प्रकार की आपराधिक गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह गश्त न केवल अपराधियों के लिए चेतावनी थी बल्कि शहर के आम नागरिकों के लिए एक आश्वासन भी था कि उनकी सुरक्षा के लिए पुलिस हर संभव प्रयास कर रही है। इस प्रकार के अभियान भविष्य में भी समय-समय पर चलाए जाएंगे ताकि कोरिया जिले में कानून व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ किया जा सके और नागरिकों को एक सुरक्षित वातावरण प्रदान किया जा सके।

     कोरिया पुलिस ने यह सख्त निर्देश दिया है कि किसी भी व्यक्ति द्वारा अपने घर पर किरायेदार रखा गया है तो उसका चरित्र सत्यापन अनिवार्य रूप से करा लिया जाये। इसके अतिरिक्त जिले या शहर में आने वाले मुसाफिर, फेरी वाले, मूर्तिकार एवं अन्य बाहरी व्यक्तियों को संबंधित थाने में अपना पहचान पत्र और अन्य आवश्यक जानकारी जमा कराना अनिवार्य है। इसी प्रकार, होटल, ढाबा और अन्य स्थानों पर रुकने वाले प्रत्येक व्यक्ति से उनका पहचान पत्र लेकर रजिस्टर में उसकी पूरी जानकारी नोट की जाये एवं उसके पहचान पत्र सुरक्षित रखा जाए, औचक निरीक्षण के दौरान यदि किसी व्यक्ति की पहचान पत्र नहीं पाया जाता है, तो होटल या ढाबा मालिक एवं मैनेजर के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने यह भी कहा कि सुरक्षा के इन उपायों को सख्ती से लागू किया जाएगा, ताकि शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।