शमरोज खान सूरजपुर
सुरजपुर प्रतापपुर।शक़्कर कारखाना केरता में कुछ दिन पहले एक दुर्घटना में शिकार मजदूर की रायपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई है,हादसा शक्कर की बोरियों की छल्ली लगाने के दौरान हुआ था।बताया जा रहा है कि दो दिन पहले टूटे पैर का ऑपरेशन हुआ था, मौत का कारण दिल का दौरा पड़ना बताया जा रहा है,रायपुर में पोस्टमार्टम के बाद मृतक का शव सुबह तक गृहग्राम केरता पहुंचेगा।
कुछ दिन पहले शक़्कर कारख़ाना केरता में एक दुर्घटना उस दौरान हुई थी जब मजदूर गोदाम में शक़्कर बोरियों की छल्ली लगा रहे थे,इनमें से एक बोरी मजदूर संजय के पैर में गिर गई थी जिसके बाद उसके साथ मनोहर नाम का मजदूर भी उसके नीचे दब गया था।दुर्घटना के बाद दोनों घायल मजदूरों को इलाज के लिए अम्बिकापुर श्रीराम अस्पताल ले जाया गया था जहां से संजय को अंदरूनी चोट के कारण रायपुर रिफर कर दिया गया था।बताया जा रहा है कि वहां एक निजी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था और दो दिन पहले टूटे पैर का ऑपरेशन भी किया गया था लेकिन इस बीच आज सुबह पांच बजे करीब उसकी मौत हो गई।मौत का कारण स्पष्ट तो नहीं हो सका लेकिन बताया जा रहा है कि उसे दिल का दौरा पड़ा है।मिली जानकारी के अनुसार मृतक संजय के शव का रायपुर में ही पोस्टमार्टम कराया जा रहा है जिसके बाद सुबह तक शव उसके गृहग्राम केरता पहुंचेगा।वहीं प्रबन्धन ने मजदूर के मौत की जानकारी अब तक परिजनों को नहीं दी जिसके पीछे तर्क दिया जा रहा है कि गांव में अफरातफरी न मचे।
एक मजदूर का अम्बिकापुर में हो रहा इलाज..
दुर्घटना के दौरान घायल दूसरे मजदूर मनोहर का इलाज अम्बिकापुर में चल रहा है जिसे भी अंदरूनी चोटें आई थीं।मिली जानकारी के अनुसार पहले इसे श्रीराम हॉस्पिटल ले जाया गया था जिसके बाद मिशन हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था,बताया जा रहा है कि अब वह जीवन ज्योति हॉस्पिटल में भर्ती है जहां उसका इलाज हो रहा है।
दुःखद घटना,परिवार की करेंगे पूरी मदद-कुमार सिंह
मजदूरी की मौत को लेकर शक़्कर कारख़ाना संघ के सदस्य कुमार सिंह देव ने कहा कि घटना दुःखद है और पूरा बीओडी और प्रबन्धन मृतक के परिवार के साथ है।संजय को बढ़िया से बढ़िया इलाज मिले जिसके लिए रायपुर भेजा गया था,प्रबन्धन ने इलाज का पूरा खर्च भी उठाया है,अब इस घटना के बाद भी परिवार की आर्थिक व हर सम्भव मदद करेंगे।