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शेयर मार्केट में 74% एफडीआई लाने के प्रस्ताव से और आईपीओ जारी करने की शंका से बीमा निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों में आक्रोश

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भारतीय जीवन बीमा निगम में 2017 से वेतन पुनर्निधारण देय है। ऐतिहासिक उपलब्धियों के बावजूद  अन्यायपूर्ण  विलंब किया जा रहा है। तथा केन्द्र सरकार द्वारा बजट में 74%एफ डी आई लाने और शेयर मार्केट में आई पी ओ जारी करने प्रस्ताव रखा है। जिससे जीवन बीमा निगम के अधिकारियों एवम् कर्मचारियों  में काफी आक्रोश व्याप्त है।

जीवन बीमा निगम के अधिकारियों एवम् कर्मचारियों   का संयुक्त मंच ज्वाइंट फ्रंट ने  03 मार्च,08मार्च,15 मार्च को भोजन अवकाश पर कार्यालय मुख्यद्वार पर सभा प्रर्दशन  एवम 18 मार्च 2021 को एक दिवसीय राष्ट्र व्यापी हड़ताल का आव्हान किया है। 

आज 03 मार्च को भारतीय जीवन बीमा निगम कार्यालय रायगढ़ के मुख्य द्वार पर ज्वाइंट फ्रंट के राष्ट्रीय आव्हान पर सभा एवम् जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया गया। सभा को क्लास वन ऑफिसर्स एसोसिएशन के मंडलीय अध्यक्ष आई पी चंद्राकर,विकास अधिकारी संघ के मंडलीय महासचिव प्रशांत सिंह ठाकुर, सेंट्रल जोन इंश्योरेंस एम्पलाइज एसोसिएशन के कार्यकारिणी सदस्य गणेश कछवाहा एवम् बिलासपुर डिविजन इंश्योरेंस एम्पलाइज एसोसिएशन यूनिट रायगढ़ के सचिव प्रवीण तंबोली ने संबोधित किया।ज्वाइंट फ्रंट ने बैंक के निजीकरण का भी कड़ा विरोध किया है।

सभा को संबोधित करते हुए साथियों ने मांग की कि लगातार एतिहासिक उपलब्धियों को हासिल करने के बावजूद वेतन पुनर्निधारण में विलंब करना अन्यायपूर्ण है अतिशीघ्र वेतन पुनर्निधारण किया जाना चाहिए। तथा केन्द्र सरकार द्वारा जीवन बीमा उद्योग में 74% एफ डी आई लाने तथा शेयर मार्केट में आई पी ओ जारी करना औचित्य हीन बताया और कहा कि  केंद्र सरकार का यह निर्णय जनहित में कदापि उचित नहीं है। इससे जहां हमारी छोटी बडी बचतों पर विदेशी पूंजी पतियों का कब्जा होगा  तथा हमारे देश की अर्थ व्यवस्था कमजोर होगी।  आर्थिक गुलामी के शिकंजे में कसने का खतरा बढ़ जाएगा। अतः जनहित एवं राष्ट्र हित में सरकार को उक्त प्रस्ताव पर पुनर्विचार करते हुए तत्काल वापस लेना चाहिए।

 

गणेश कछवाहा,रायगढ़ छत्तीसगढ़।

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