नितिन राजीव सिन्हा
प्राचीन क़ालीन इतिहास में चिलम शास्त्र का ज़िक्र है यह मस्ती में क़ैद इंसान के ईश्वर का अवतार बनने की प्रक्रिया को उद्धृत करती थी कि कैसे एक तोला तंबाकू उस पर चिलम में सुलगता हुआ इंसान का हौसला जब धुआँ बन फ़िज़ा में उमड़ घुमड़ पड़ता है तब इंसां की हैसियत ईश्वरीय हो जाती है उसके प्रशंसक उस मानवमात्र को अवतारी पुरूष कहकर प्रचारित करने लगते हैं कुछ ऐसा ही इन दिनों की तुगलकी फ़िज़ा का अफसाना बन पड़ा है..,
पीएम नरेंद्र मोदी कभी कहते हैं कि देश में ग़रीबी ही एक जाति है बाक़ी सब मिथ्या है जिस पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि जब देश में कोई जाति नहीं है तो मोदी खुद को ओबीसी क्यों कहते हैं पर,मोदी का अपना फ़लसफ़ा है कि वो फकीर है लकीर जहाँ खींच देंगे प्रायोजित मीडिया देश की जनता से उस लकीर पर लाठी पिटवा ले जायेगी..,
पीएम मोदी ने दुर्ग की सभा में कह दिया है कि कांग्रेस उन्हें पानी पी पीकर गाली देती है साहू समाज समेत पूरे छत्तीसगढ़ के ओबीसी समाज को गाली दे रहे हैं ‘मैं ओबीसी हूँ इसमें समाज का क्या दोष..?’ साहू समाज को चोर तक कहा मैं नाम नहीं लेना चाहता पर,हम तो यही लिखेंगे कि मोदी के वक्तव्य के साथ विडंबना यह है कि चौकीदार चोर है यह कहा और सुना गया था किसी जाति विशेष के लिये ऐसा कहा गया हो यह देश की राजनीति में क़तई मुमकिन नहीं है ऐसे में ‘बहकी बहकी बातें करके चुनाव को मुद्दा विहीन बनाने के प्रयास पीएम मोदी आख़िर क्यों कर रहे हैं ..?’ क्या हार का आंकलन कर लिया गया है जो कि देश का पीएम स्तरहीन बातें करके मतों के ध्रुवीकरण का प्रयास कर रहा है..,
पीएम मोदी ने दुर्ग की सभा में अपने भाषण में कहा है कि हमने गरीब भाई बहनों ये विश्वास पैदा किया है कि उनकी ग़रीबी दूर हो सकती है वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रायगढ़ और जगदलपुर की सभाओं में जो कहा वह आँखें खोलने वाला है कि,हमने आदिवासियों के लिये कई योजनायें बनाईं हमनें क़ानून बनाया कि आदिवासियों की ज़मीन लेने के बाद उद्योगपति पाँच साल तक फ़ैक्ट्री नहीं लगाता है तो ज़मीन वापस की जाये सबसे महत्वपूर्ण बात यह कही है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार ने अदानी का माइनिंग लीज़ निरस्त कर दिया यह वह वाक्या है जो बताता है कि पीएम मोदी के बेहद करीबी गौतम अदानी जो गरीब नहीं हैं उनके कल्याण के दिशा में बढ़े मोदी सत्ता के कदम बांध दिये गये हैं आदिवासियों की ज़मीनों की लूट पर विराम लगा दिया गया है..,
पीएम नरेंद्र दामोदर दास मोदी जिस तरह से इन दिनों भावुक हो रहे हैं कहीं साहू तो कहीं गरीब माँ के बेटे के लिये वोट की गुहार लगा रहे हैं इससे मालूम होता है सब कुछ अब ठीक नहीं चल रहा है पारा चुनावों का चढ़ा हुआ है पर,महामानव का देह पर बुख़ार चढ़ा हुआ दिखाई पड़ रहा है वह कंपकंपा रहा है..,
देश के आवाम की मोदी सत्ता क़ालीन दशा पर अहमद फ़राज़ के शेर हैं कि,-
एक सफर वो
है जिसमें पाँव
नहीं दिल थकता है..,
शमशेर - तलवार
सितम - ज़ुल्म