फरसाबहार-फरसाबहार विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत सीईओ के द्वारा जारी एक आदेश इन दिनों विवादों में आ गया है,इस आदेश के तहत शासन की महत्वकांक्षी योजनाओं का प्रचार व प्रसार अब आमजनों के खर्च पर होगा।मतलब उक्त प्रचार के लिए प्रत्येक घरों से रकम वसूली किया जायेगा।
ज्ञात हो की फरसाबहार जनपद पंचायत सीईओ ने एक आदेश 10 फरवरी को जारी किया है जिसमें सीईओ ने लिखा है कि ग्रामीण क्षेत्र के मकानों में संपूर्ण स्वच्छता अभियान,स्वच्छ भारत स्वच्छ छत्तीसगढ़,घर घर शौचालय बनाना है बहु बेटी को बाहर न जाये,जीवन अगर बचाना है सबको वृक्ष लगाना है का प्रचार जिले के प्रत्येक गाँव से उल्लेखित मकानों में नंबर प्लेट के माध्यम से लगाए जायेगी,जिसका कीमत प्रत्येक प्लेट 30 रूपये लिया जाएगा,जो इक्षुक मकान मालिक से लेना सुनिश्चित किया गया है।जिसके लिए शासन के तरफ से कोई भी अतिरिक्त शुल्क या भुगतान नहीं किया जायेगा।इस प्रचार वाले नंबर प्लेट को लगाने के लिए ग्राम पंचायत सहित आवेदकों से अनुमति भी लेना आवश्यक होगा।इस आदेश के जारी होने के बाद से लोगों में विरोध के स्वर तेज हो गए हैं लोगों के द्वारा अलग से 30 रूपये का शुल्क वसूले जाने का विरोध किया जा रहा है साथ ही योजनाओं के प्रचार व प्रसार का सराहना भी किया जा रहा।ग्रामीणों ने उक्त आदेश के संबंध में आक्रोश व्यक्त करते हुवे कहा कि वे अलग से शुल्क लिये जाने का विरोध करते हैं,वहीँ विपक्ष ने नंबर प्लेट लगाए जाने के आदेश पर आरोपों की बौछार करते हुवे नंबर प्लेट कारोबारियों को लाभ दिलाने के लिए आदेश जारी करने का बात कहा है,साथ ही गरीबों की जेब ढीला करने सहित कई आरोप भी लगाए हैं।
इस मामले पर सविस्तार जानकारी जनपद सीईओ से लिया गया जिसमें सीईओ ने बताया कि बिना सर्कुलर के वे सिर्फ एसडीएम के कहने पर आदेश जारी किये हैं,जिसमें आवेदक सहित ग्राम पंचायत स्वतंत्र है इस बोर्ड को।लगाने या नहीं लगाने के लिए।सीईओ के इस कथन का कड़े शब्दों में निंदा किया जाता है साथ ही किसी व्यक्ति विशेष को लाभ पहुंचाने व भ्रस्टाचार को जन्म देने का संदेह इस आदेश पर नजर आ रहा है।जिसका जांच भी किया जाना चाहिए।
कुलदीप विष्णु जिला पंचायत सदस्य क्षेत्र 14
एसडीएम साहब का लिखित आदेश आया है जिसका पालन उन्होंने किया है,इसमें अपनी इक्षा के अनुसार नंबर प्लेट लगाया जाना है,अगर किसी को बोर्ड लगाना पसंद नहीं तो वह मत लगवाए। हमने एसडीएम साहब के आदेश का पालन करते हुवे यह आदेश जारी किया है।
जेपी कुशवाहा सीईओ जनपद पंचायत फरसाबहार