अपनी पलकों में अश्कों को छुपा कर रखना,
नहीं तो इस जहान में सैलाब आयेगा!
गमों से ना घबरा जरा सब्र रखना,
तेरे आंसुओं का खुदा के करम से हिसाब आएगा!
इंसानियत का दुश्मन इंसान बन गया है,
सोचा न था ज़माना यू खराब आएगा!
हाले दिल तुझसे ना कहे तो किस से कहें बेबस,
मेरी दीवानगी से तेरी महफिल में सबाब आएगा!
दौरे जफा में शम्मए वफा जलाए रखना,
इसी के दम पर एक रोज इंकलाब आएगा!...
(बेबस)