मुरिया समाज के बैठक में कई बिंदुओं पर चर्चा किया गया
सुधीर कुमार चौहान की रिपोर्ट
जहां समाज एक और भाईचारा बढ़ाने पर जोर देते हुए आपसी भेदभाव को मिटाने के लिए सामाजिक समरसता के लिए अंतरजातीय विवाह को बढ़ावा देने का काम हो रहा है वही मुरिया समाज के द्वारा यह निर्णय आश्चर्यजनक है,
धरमपुरा - मुरिया समाज के एक दिवसीय बैठक धरमपुरा स्थित मुरिया सदन में रखा गया था ,जिसमें मुरिया विद्रोह के जननायक झाड़ा सिरहा की यादगार पर इस संबंध में सभा का आयोजन करना। मुरिया विद्रोह के जननायक झाड़ा सिराहा की जन्म स्थान पर उनको याद किया जाना आदि । मुरिया समाज संस्कृति रिती -रिवाज में रूढ़ि प्रथा के अनुसार विवाह करना अनिवार्य कर दिया गया है। अंतर जाति विवाह करने पर मुरिया समाज के द्वारा लड़का या लड़की को बहिष्कृत करने का निर्णय लिया गया है। मुरिया समाज में रीति- रिवाज के अनुसार शादी विवाह नहीं करने पर समाज के प्रमुख के द्वारा उसे दंडित किया जाएगा। और मुरिया समाज की वार्षिक उत्सव पर युवाओं को जनभागीदारी लेने का निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया है। इस दौरान जगदीश मौर्य, इंदर मांझी, गोपाल भारद्वाज ,भुरकुंड बघेल , समलु बघेल ,शामू मौर्य, गिरधर कश्यप ,गिरजू कश्यप , वीरेंद्र कश्यप ,हेमराज बघेल ,संतु मौर्य, भरत कश्यप ,चंदन कश्यप, तुलशी बघेल, पूसकुमार कश्यप पूरन सिंह कश्यप कमलेश कश्यप आदि उपस्थित रहे ।