नितिन राजीव सिन्हा।
केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नकवी ने कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी को सलाह दी है कि वे बेटे राहुल को राजनीतिक प्ले स्कूल भेजें ताकि वह भाषा और शालीनता के संस्कार सीख सकें,यह उन्होंने राहुल के डंडे वाले बयान पर तंज कसते हुए कहा है..,
अब्बास कहते हैं जनता के चुने हुए पीएम को डंडा मारने की बात सामान्य मानसिक संतुलन वाला व्यक्ति नहीं कर सकता पर,जनता के सवाल तो यथावत हैं कि”दो करोड़ हर वर्ष रोज़गार देने की बात थी उसका क्या हुआ..?”
जनता ने चुना है तो किये गये वादों को पूरा करने के लिये न कि वादा खिलाफ़ी करने के लिये..,बीजेपी नेतृत्व यह बताये कि युवा हाथ में डंडा लिये कब तक फिरता रहेगा..? कब वह हाथ में औज़ार या क़लम थामेगा..!!!
राहुल ने बात मुद्दे की,की है बात रोज़गार सृजन पर की है पर,व्यापारियों की यह सरकार डंडे के आड़ में मुद्दे से ध्यान भटकाने के प्रयास कर रही है प्रश्न यह है कि क्या युवा के रोज़गार की बात करने वाले को प्ले स्कूल आख़िर क्यों भेजा जाये..? क्या पढ़े लिखे युवा यदि रोज़गार की माँग करें तो उन्हें भी प्ले स्कूल सिर्फ़ इसलिये भेज दें ताकि १५-२० साल तक उन्हें नौकरी देने से मोदी सरकार बच सके..,
राहुल के डंडे का असर तो हुआ है सरकार तिलमिलाये हुए हैं जिस पर लिखना होगा कि-
फिर फजा
धुँधला गई
है,डंडे की
चमक है के,
डंडे का ज़ोर
आसार हैं तूफ़ाँ
के,काँपते हैं
फ़ूल कमल
के,कि जनता
रोज़गार माँगती
है और नौकरी
माँगती है..,