निरंजन मोहन्ती नारायणपुर
नारायणपुर :- बादलखोल अभ्यारण्य के किनारे बसे गांवों में हाथियों का आंतक लगातार जारी है ,आये दिन क्षेत्र में हाथियों के द्वारा ग्रामीणों की आर्थिक क्षति हो रही है। हाथियों का दल बस्तियों में घुस कर ग्रामीणों के मकान तोड़ कर रखा धान एवम अन्य खाद्यान को नुकसान पहुंचा रहा है। वन विभाग हाथियों के द्वारा हो रही हानि को रोकने में विफल साबित हो रही है, आजकल विभाग द्वारा रात को किसी भी प्रकार से न तो गस्ती की जा रही है और न ही हातियों का लोकेशन मुनादी कराकर ग्रामीणों को अवगत करा रही है।
आज बीती रात नारायणपुर के चिटकवाइन में शिवचरण नायक पिता चुडू नायक अपनी पत्नी के साथ कमरे में सो रहा था,आधी रात लगभग 12 बजे एक हाथी ने बाड़ी से घुसकर दीवाल ओर दरवाजा को तोड़ घर के अंदर प्रवेश कर बोरी में रखा धान को खाने लगा,जब घर तोड़ने की आवाज सुनते ही शिवचरण ने पत्नी को जगा कर पूछा गिरने का आवाज कैसे पत्नी कहा कि बारिश की वजह से दीवाल गिर रहा होगा,शिवचरण ने सोचा कि बिना बारिश से मजबूत दीवार कैसे गिर जाएगा,टार्च पकड़ कर जब बाहर निकला तो देखा हाथी दीवाल तोड़ कर धान को खा रहा है,साल भर की मेहनत को चट करते देख अकेला हिम्मत दिखाते हुए हाथी को भगाने का प्रयास करते रहा,हाथी जब शिवचरण को दौड़ाता था तो दीवाल के किनारे छुप जाता था,इस तरह शिवचरण ओर हाथी में लुका छिपी का खेल लगभग अनेकों बार चलता रहा,इतने में मुहल्ले वाले भी जाग गए औऱ मौके पर पहुंच कर हाथी को भगाया गया। साल भर की कमाई को पल भर में समाप्त होने के डर से किसान हिम्मत दिखाते रहा।