शमरोज खान सूरजपुर
सुरजपुर- कहने को तो स्कूल को शिक्षा का मंदिर व वहां के शिक्षकों को भगवान का दर्जा दिया गया है लेकिन कुछ शिक्षक अपने आप को कलेक्टर से कम नही समझते है और आलम यह कि सब कुछ उनके मनमर्जी से ही चलता है जहाँ पढाई कम और शिक्षकों की नेतागिरी ज्यादा देखेंने को मिलती है।
दरसल मामला भैयाथान ब्लाक के ग्राम राई हाई स्कूल का है जो हमेशा से बदनाम रहा है साथ ही एक शिक्षक का वीडियो है जिसका नाम प्रीतम रजक है, जो अपने मनमर्जी से से स्कूल आना-जाना करता है। साथ ही कभी-कभी पान ठेले में भी दिख जाता है। लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहे जाने वाले मीडिया और इससे जुड़े क्षेत्रीय पत्रकार जिन्हें अपने आस पास के मुद्दे को उठाने और शासन और अधिकारी तक किसी भी विभाग की अव्यवस्था को वहाँ तक पहुंचाने का काम पत्रकार करते हैं पर एक मामला इस स्कूल में ऐसा हुआ जंहा गांव के युवा मंडल के कुछ युवा और पत्रकार अनुप जयसवाल जब हाईस्कूल का मीडिया कवरेज पहुँचे तो लेट से शिक्षक प्रितम रजक स्कूल पहुँचे तो पत्रकार ने जब उनसे पूछा तो शिक्षक कार से काला चश्मा लगाए किसी फिल्मी अंदाज में गुंडे की तरह पत्रकार से अमर्यादित और अभद्र भाषा का उपयोग करते कहा देखिये पूरी वीडियो…इससे आप अंदाजा लगाइए की 50 हजार वेतन पाने वाले ऐसे शिक्षक की रुतबे और दबंगई के आगे शिक्षा व्यवस्था की क्या हालत होगी….