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उज्जैन : पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर द्वारा कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उज्जैन नगरी में उनके किए गए कार्यों को हमेशा याद किया जाएगा

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भरत शर्मा रतलाम

आज का दिन न्यूज पोर्टल रतलाम: धार्मिक नगरी उज्जैन में पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर के कार्यभार संभालने के बाद से ही जिस प्रकार अपराधों की रोकथाम और माफिया पर नकेल कसने का काम शुरू हुआ, वह काबिले तारीफ है। पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर के कार्यकाल में अभियान पवित्र के जरिए धार्मिक नगरी में हुई कार्यवाही ने उज्जैन की पवित्रता को और निखार दिया। उज्जैन से अवैध कारोबार करने वाले माफियाओं ने पलायन कर लिया। उज्जैन में अभियान के जरिए लगभग 15000 ऐसे लोगों पर कार्रवाई की गई जो किसी ना किसी प्रकार से अपराधों से जुड़े हुए थे। इसके अलावा जिला प्रशासन के सहयोग से खाद्य विभाग ने जो अभियान चलाया उससे भी खाद्य संबंधी माफियाओं पर नकेल कसी जा सके। उज्जैन जिले में हुई कार्यवाही और इतिहास बनने वाले बिंदु-

  उज्जैन में जिला बदर की कार्रवाई होने इतिहास बनाया।

  उज्जैन में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत रिकॉर्ड तोड़ कार्रवाई हुई।

  धार्मिक नगरी उज्जैन में पुलिस ने आम और खास को एक कानून से साधा।

  उज्जैन पुलिस ने कानून का दायरा पार करने वाले राजनेताओं तक के खिलाफ भी पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर के कार्यकाल में कार्यवाही की।

 उज्जैन में हिस्ट्रीशीटर बदमाश की अलग से फाइल बनाई गई।

  उज्जैन जिले के थानों का लगातार विस्तार हुआ अभी पवासा और चिंतामन थाने भी शुरू होने की कगार पर है।

 पुलिस विभाग में सामुदायिक पुलिसिंग पर जोर दिया गया ।

 पुलिसकर्मियों को उत्कृष्ट कार्य करने पर रिकॉर्ड तोड़ इनाम दिए गए।

  बंदूक  लाइसेंस लेने के बाद भी अपराधिक गतिविधियों में शामिल सैकड़ों लोगों के बंदूक के लाइसेंस निलंबित किए गए।

 गंभीर अपराधों में आरोपियों को तत्काल पकड़ कर सजा दिलाने का काम हुआ।

  उज्जैन में माफिया के रूप में काम करने वाले संगठित गिरोह को खत्म किया गया।

  सोशल मीडिया के जरिए उत्पात मचाने वाले और आतंक फैलाने वाले बदमाशों पर भी नकेल कसी गई।

  पिछले 2 साल में रिकॉर्ड तोड़ हथियार जब्त किए गए।

 जनसुनवाई में होने वाली अधिकांश शिकायतों का तत्काल निराकरण करवाया गया।

  जेल से छूटने वाले बदमाशों पर भी पुलिस विभाग की ओर से निगाह रखी गई।

  खाद्य संबंधी मिलावट करने वालों पर भी पुलिस ने रासुका की कार्रवाई की।

  प्रदेश में सबसे पहले उज्जैन में अलग-अलग अभियान की शुरुआत हुई।

 पुलिस विभाग ने सांप्रदायिक सौहार्द बनाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया।

  उज्जैन में हाईटेक पुलिसिंग के जरिए अपराधियों पर नकेल कसी गई।

  दुष्कर्म जैसे मामलों में फास्ट ट्रैक कोर्ट के जरिए दोषियों पर तत्काल कार्रवाईयां हुई।

 

उज्जैन झोन में माफीया खामोश

 

पुलिस महानिरीक्षक राकेश गुप्ता और पुलिस उपमहानिरीक्षक अनिल कुमार, गौरव राजपूत के कार्यकाल में उज्जैन झोन में माफियाओं पर नकेल कसने का काम हुआ है। उज्जैन ही नहीं बल्कि शाजापुर, मंदसौर, रतलाम में रिकॉर्ड तोड़ कार्रवाई हुई है । सबसे बड़ी बात यह है कि पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार के आरोपों का सिलसिला भी पिछले कुछ सालों में थमा है । इसका श्रेय पुलिस विभाग के आला अधिकारियों को जाता है। अगर बात रतलाम की जाए तो यहां पर भी पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी के कार्यकाल में आम लोगों का पुलिस के प्रति विश्वास जगा है। रतलाम कलेक्टर रुचिका चौहान ने भी रिकॉर्ड तोड़ कार्रवाई करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उनके कार्यकाल में पुलिस विभाग ने सशक्त रूप से माफियाओं पर नकेल कसने के लिए जिला प्रशासन की पूरी मदद ली। उज्जैन,  रतलाम, शाजापुर सहित आसपास के जिलों में जिस प्रकार माफियाओं पर नकेल कसी गई, उससे कमलनाथ सरकार की भी जमकर तारीफ हो रही है। शाजापुर पुलिस अधीक्षक पंकज श्रीवास्तव के कार्यकाल में भी सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाले अपराधियों पर बड़ी कार्रवाई हुई है। इसके अलावा शाजापुर जिले में आर्थिक अपराधों में भी काफी कमी आई है।

2021 तक उज्जैन की कमान

पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर 2021 में डीआईजी बनने वाले हैं। इसके पहले उनकी कार्यशैली को देखते हुए धार्मिक नगरी उज्जैन की कमान उनके पास ही रहेगी । अभी रतलाम एसपी गौरव तिवारी को भी 1 वर्ष के लगभग समय हुआ है । पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर की कार्यशैली के चलते जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रदेश स्तरीय राजनेताओं तक संतुष्ट हैं । पुलिस विभाग के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक जनवरी 2020 में पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर एसएसपी बन जाएंगे । एसएसपी बनने के बाद भी वे उज्जैन एसपी के रूप में कार्यरत रहेंगे । उन्हें 2021 में डीआईजी बनना है। पुलिस कप्तान सचिन कुमार अतुलकर के अभियान पवित्र को प्रदेश सरकार ने अलग-अलग नाम से पूरे प्रदेश में लागू करने की मंशा जाहिर की है । इससे स्पष्ट है कि पुलिस कप्तान सचिन कुमार अतुलकर की कार्यशैली से कांग्रेस सरकार काफी खुश है। उज्जैन में कांग्रेस सरकार के राज में साल 2021 तक तो माफिया सिर उठाने की हिम्मत नहीं कर सकता है। बताया जाता है कि भोपाल में हाल ही में हुई बैठक के दौरान प्रदेश के गृह विभाग के आला अधिकारियों और सरकार के राजनेताओं ने स्पष्ट रूप से उज्जैन को लेकर निर्देश जारी कर दिए हैं । उज्जैन में आईपीएस सचिन कुमार अतुलकर के कार्यकाल को देखते हुए फिलहाल तबादले जैसी अफवाहों से साफ इनकार कर दिया गया है। 2021 तक पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर ही उज्जैन की कमान संभालेंगे पुलिस विभाग को सरकार ने माफियाओं के खिलाफ फ्री हैंड कर दिया है । ऐसी स्थिति में आने वाले दिनों में पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर की कार्रवाई और तेज हो सकती है

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