*जंगली हाथी के दल ने ऐसा क्या किया कि क्षेत्र के किसान लगा लिए माथे पे हाथ*
साहीडाँड़- ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों किसान साल भर के कमाई को एकत्रित करने में लगे हैं।कई किसान अपने धान के फसलों का कटाई कर खलिहान तक पहुंचा लिए हैं तो कई किसान अभी कटाई करा रहे हैं।वहीँ कई किसान धान के फसल को कटाई कराकर खेतों में सूखने के लिए छोड़ रखे हैं।ताकि थोड़ा सूखने के बाद खलिहान तक लाने में हल्का होता है।लेकिन अब क्षेत्र में क्षेत्र में 15 से 20 जंगली हाथियों के झुण्ड के आ जाने से किसानों के साल भर के मेहनतों पर खतरा मंडराने लगा है।
*दर्जनों किसान के फसल को किया बर्बाद*
रविवार सुबह लिनुश टोप्पो/अल्फोन्स टोप्पो दोन्द्रोघाट निवासी ने सुबह अपने खेतों में पड़े धान के कटे पंजे को देखने गया तो उसका होश उड़ गया।और क्षेत्र में जंगली हाथी होने की खबर आग की तरह फैल गया।वहीँ दोन्द्रोघाट के ही अजित कुजूर/तरसियूस कुजूर के बगान में लगे तीन पट्टी आलू को चट कर गया और बगान में चारों तरफ लगाये गये केला के पेड़ों को उखाड़ के नष्ट कर दिया और बगान के अहाता को तोड़ बर्बाद कर दिया।तो रुडोल/सिरिल के खेत में ही धान को काटकर रखे पंजा को ऐसा खाया की खेत में धान ही गायब हो गया।वहीं क्षेत्र में दर्जनों किसान के अरहर,कुर्थी,गूंजा सहित कई फसल को अपने पैरों से रौंद दिया है।
*वन विभाग का पता नही*
वन विभाग को सूचित करने पर भितघरा से नाका केदार यादव तुरंत आ गया और किसानों के फसलों का लेखा जोखा कर लोगों को जंगल न जाने और छेड़छाड़ न करने की सलाह देकर अपने अधिकारी को सूचित तो कर दिए परंतु वन विभाग के जिम्मेदार लोग दिन भर में भी अपनी उपस्थिति नही दे पाए।
*चारों तरफ से घेरे रहे ग्रामीण*
पंडरीपानी के नरसरी के दोन्द्रोघाट,रमसमा और भुरसाढाब के बीच छोटा सा जंगल में दिन भर चारों तरफ से घेरे रहे और लोग गुलेल से मारते रहे ।सभी रात को अपने क्षेत्र में न आये इस उद्देश्य से दिन भर हल्ला गुल्ला कर पटाखे फोड़ते रहे।
क्षेत्र में अचानक हाथी के आ जाने से दहसत में हैं।और हाथी की संख्या 10 से 15 होने की बात कहा जा रहा है।हाथी के इस दल में छोटा बच्चा होने के साथ दंतैल भी होने का बात कहा जा रहा है।