शमरोज खान सूरजपुर जिला
सूरजपुर शिक्षा के प्रति साकारात्मक पहल करते हुए जिले के *कलेक्टर दीपक सोनी जी* के द्वारा सभी विकास खण्ड शिक्षा अधिकारियों को दिए गए निर्देश के परिपालन में प्रेमनगर ब्लॉक के शास. उच्च. माध्य. विद्यालय नवापाराकला और शा0 उ0 मा0 विद्यालय बकालो में विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी *आलोक सिंह* ने शिक्षा की गुणवत्ता में बल देने के उद्देश्य से मोटिवेशनल क्लास लिया। मोटिवेशनल क्लास के आरम्भ में बीईओ सिंह जी ने बच्चों को नैतिकता की बात बताई जिसमें बताया कि हमें अपने माता पिता एवं गुरुजनों का हमेशा सम्मान करना चाहिए जिससे समाज के सामने अपना एक अच्छा चरित्र को प्रदर्शित कर पाते हैं। उन्होंने आगे ये भी कहा कि जीवन में हम चाहे किसी भी ऊंचाई को हासिल कर लें या फिर हम कितने भी सफल व्यक्ति बन जाएं फिर भी हमें माता पिता और गुरुजनों का हमेशा सम्मान करना चाहिए और समाज में एक अच्छा चरित्र निमार्ण करने की दिशा में कार्य करना चाहिए। इसी क्रम में सिंह जी आगे नशामुक्ति के बारे बच्चों को शिक्षा देते हुए बताया कि नशा न सिर्फ सेवन करने वाले व्यक्ति का नाश करता है अपितु समाज के समक्ष नकारात्मक छवि को भी प्रदर्शित करता है और इससे समाज पर भी बहुत बुरा असर पड़ता है, इसलिए हमें नशा न करते हुए लोगों को भी जागरूक करने की दिशा में हमेशा कार्य करते करना चाहिए। वैज्ञानिक तरीके से पढ़ाई करने के लिए प्रेरित करते हुए बच्चों को बताए कि हमें ग्रुप स्टडी करना चाहिए इससे हम कठिन से कठिन टॉपिक को आसानी से समझ सकते हैं, इस प्रकार सिंह जी स्मार्ट स्टडी पर विशेष जोर दिए। व्यावसायिक शिक्षा की भी तारीफ करते हुए सिंह जी ने कहा कि आज के बेरोजगारी के दौर में एम.ए. पीएचडी. की पढ़ाई करने के बाद भी नौकरी नसीब नहीं हो रही क्योंकि हम पढ़ाई तो कर लेते हैं लेकिन हम अपने कौशल का विकास नहीं करते। सब के अंदर कुछ न कुछ हुनर होती है बस जरूरत होती उसे पहचानने की और निखारने की,जिनके पास हुनर है वह कभी भूखे पेट नहीं रहता और वह अपने जीवन में सफलता को प्राप्त करते हुए शिखर पर जरूर पहुंचता है। बच्चे लोगों को उन्होंने पूछा कि आपके रोल मॉडल कौन हैं और कहा हमें अच्छे और महान लोगों को अपना आदर्श बनाना चाहिए क्योंकि ये लोग प्रेरणास्त्रोत होते हैं, जिनकी प्रेरणा से हमारे मन में उनके जैसे बनने का सोच विकसित होता है और मन में अच्छा बनने की जिज्ञासा भाव का संचार होता है और जब मन में सकरात्मकता भाव आता है हम जरूर सफल होते हैं। फिल्म उद्योगों का उदाहरण देते हुए बच्चों को बताये हमें अच्छी फिल्में देखनी चाहिए और गलत फिल्मों से दूर रहना चाहिए। हमें किसी हीरो या हीरोइन को अपना रोल मॉडल नहीं बनाना चाहिए और ऐसी फिल्में देखनी चाहिए जिससे हमें कुछ प्रेरणा मिले और अच्छाई को ग्रहण करनी चाहिए। बच्चों को कहा कि इस समय आपका प्रेम किताबों और अपने माता पिता से होना चाहिए क्योंकि माता पिता के संस्कार और किताबों से अर्जित ज्ञान से हम सफलता की सीढ़ी को नई ऊंचाई तक पहुँचा सकते हैं। हमें अपने अंदर हमेशा सकारात्मक भाव का ही संचार करना चाहिए आजकल बच्चे तीन घण्टे के परीक्षा में असफल होने से गलत कदम बढ़ा लेते हैं तो हमें ऐसा नहीं करना चाहिए अपितु विषम से विषम परिस्थिति में भी संघर्ष करना चाहिए और कभी हार नहीं मानना चाहिए। उन्होंने आगे ये भी कहा कि हमारा जीवन सिर्फ हमारा नहीं होता बल्कि हमारे जीवन पर हमारे परिवार और हमारे देश का भी अधिकार होता है, इसलिए हमें समर्पित भाव से मेहनत करना चाहिए और देश के लिए भी हमें अपना योगदान देना चाहिए। पूरे ब्लॉक में हाईस्कूल नवापाराकला एकमात्र संस्था है जहाँ व्यावसायिक शिक्षा संचालित है जिसके अंतर्गत यहाँ बच्चों को टेलीकॉम और ऑटोमोबाइल की शिक्षा दी जा रही है। संस्था में व्यावसायिक प्रशिक्षक के रूप में पदस्थ *दिनेश कुमार प्रजापति* और *महेंद्र गबेल* बच्चों में उनके हुनर को निखारने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इस बीच विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी *आलोक सिंह* द्वारा मोटिवेशनल क्लास के माध्यम से व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने और कौशल विकास की ओर ध्यान आकर्षित करने से बच्चों और प्रशिक्षकों में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है।
इस कार्यक्रम में नवापारा संस्था प्रमुख *हेमंत सिंह, संकुल समन्वयक अरविंद कुमार पांडेय, जितेंद्र कुमार सिंगरौल, किरण विंध्यराज, देवंती सिंह, सावित्री , देवेंद्र कुमारी, राधेश्याम किरन, विजय सिंह, अजय कुमार, अजय भारद्वाज,सुनयना भारद्वाज,व्यावसायिक प्रशिक्षक दिनेश कुमार प्रजापति, महेंद्र गबेल,एवं बकालो संस्था प्रमुख रामलल्लू साहू, संकुल समन्वयक देवनारायण सिंह,अजय कुमार गुप्ता, बसन्त गुप्ता, सावित्री सिंह, अमर सिंह श्याम, गंगाप्रसाद हंसराज, अरुण किस्पोट्टा, कृष्णा दास, राजकुमार साहू, गुलाब टंडन, जेम्स तिग्गा, रोशन साहू, प्रज्ञा साहू, ममता टोप्पो, पुष्पेंद्र देवांगन, नवीन कुमार, सोहन सिंह टेकाम, बृजभूषण सर्वटे, कुसुम सिंह, धर्मेंद्र मानिकपुरी,तेजदास,धीरजकांत, मुनेश्वर, राजीव तिर्की, पुष्पिका किरण, महेंद्र आंडिल्य, तनेश्वर, साधुचरण, कन्हैयालाल, कलेश्वर, ललिता सिंह* एवं संकुल के सभी शिक्षक और छात्र छात्राएं उपस्थित थे। इस कार्यक्रम की जानकारी शिक्षक *कृष्ण कुमार ध्रुव* ने दिया।