अफ़सर अली
चिरमिरी । " योगाभ्यास से हमारे तन व मन दोनों स्वस्थ व संतुलित रहते हैं। महिला कर्मचारी अपने घर की जिम्मेदारियों के साथ- साथ कोयला उद्योग जैसे जोखिम भरे कर्तव्यों का निर्वहन करती है जिससे उनके जीवन में काफी तनाव रहता हैं, इसलिए उन्हें योग की अत्यधिक आवश्यकता है। इसलिए कम्पनी नें आपके स्वास्थ्य की रक्षा हेतु योग शिविर का आयोजन किया है।
उक्त बातें मंगलवार को एसईसीएल के तत्वाधान में मालवीय नगर स्थित तानसेन भवन में आयोजित योग ध्यान व तनाव प्रबंधन शिविर में एसईसीएल चिरमिरी क्षेत्र के महाप्रबंधक ( आपरेशन ) एच. एस. मदान नें मुख्य अतिथि के आसंदी से कही। इस अवसर पर उन्होनें योगाचार्य संजय गिरि के लगातार सेवाओं की तारीफ करते हुए अपने नित्य जीवन में योग को उतारने की बात कही । इस दौरान योगाचार्य संजय गिरि नें शिविर में उपस्थित महिला कर्मचारी व अधिकारियों को योग व प्राणायाम ध्यान के महत्व बताते हुए यौगिक- जॉगिंग, सूर्य- नमस्कार, 12 प्रकार के खड़े होकर, बैठकर, पेट के बल , पीठ के बल लेटकर किये जाने वाले सरल आसनों सहित 7 प्रकार के प्राणायाम व ध्यान के अभ्यास कराए। श्री गिरि नें महिला कर्मचारियों को इन आसनों व प्राणायाम के विभिन्न रोगों पर पड़ने वाले प्रभाव को भी विस्तार से बताया। इस दौरान मुख्य अतिथि श्री मदान पूरे कार्यक्रम में उपस्थित होकर अभ्यास किये। इस अवसर पर योगाचार्य गिरि नें उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन का दूसरा नाम अभ्यास है। जैसा हमारा अभ्यास होगा वैसा ही हमारा जीवन होगा। उन्होनें कहा कि प्रैक्टिस मैक्स ऐ मैन परफेक्ट अतः हम सबको रोज योग करनी चाहिए। महिलाओं ने बड़े ही मनोयोग से योगाभ्यास कर स्वस्थ व तनाव रहित रहने के गुर सीखे। इस दौरान कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डॉ. अनुपमा दुबे नें महिलाओं को मैत्रेयी योजना की जानकारी देते हुए नवम्बर मास की बेस्ट महिला रीजनल हॉस्पिटल की स्टाफ फरीदा खान की घोषणा की जिसे मुख्य अतिथि नें प्रमाण पत्र व गुलदस्ता भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर प्रभारी एरिया ट्रेनिंग ऑफिसर टी. के. दुबे नें योगाचार्य संजय गिरि का गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया। कार्यक्रम में ब्रह्म कुमारी के दो भाइयों नें ध्यान व सीएमओ डॉ. बी. एम. सिंह नें तनाव प्रबंधन पर व्याख्यान दिए।