जितने ज्यादा कट्टर होंगे
दिल से एकदम पत्थर होंगे
नफ़रत से गर भरे रहे तो
केवल बद से बदतर होंगे
जो प्रतिरोध नहीं कर पाते
मतलब कटे हुए सर होंगे
सोच- विचार जो कर न पाए
दिल से सचमुच बंजर होंगे
जो दुनिया को प्यार बाँटते
वे जन हरदम सुंदर होंगे
घर सबका जो बना रहे हैं
शायद वे सब बे-घर होंगे
मन को निर्मल करने वाले
पंकज हरदम बेहतर होंगे
@ गिरीश पंकज