आयोजन-अलख द्वारा बांटे गए स्वेटर-टोपी शमरोज खान सूरजपुर *सूरजपुर* - क्षेत्र के प्रथम बस्तामुक्त विद्यालय रुनियाडीह में गत दिनों महान शिक्षाविद व बाल देवो भव के सच्चे उपासक गिजुभाई बधेका जी का जन्मदिन उत्साह पूर्वक मनाया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अलख, समाज सेवी संस्था के अध्यक्ष राजेश अग्रवाल रहे, अध्यक्षता संस्था के सचिव हेमराज सिंह द्वारा व विशिष्ट आतिथ्य कोषाध्यक्ष सहदेव मंडल,बिजेंद्र लाल जायसवाल व धर्मानंद गोजे शैक्षिक समन्वयक द्वारा किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ गिजुभाई बधेका जी व मां सरस्वती के छाया चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलन कर किया गया। स्वागत उद्बोधन में संस्था प्रमुख सीमांचल त्रिपाठी द्वारा गिजुभाई बधेका जी के जीवन वृतांत पर विस्तार पूर्वक चर्चा कर महान शिक्षाविद को बच्चों के सच्चे उपासक बताते हुए उनके द्वारा बच्चों के हित में किए गए कार्यों को वर्णित किया गया। आपने बच्चों को देवतुल्य मानते हुए उनके सर्वांगीण विकास में अपना योगदान देने के कार्य को सर्वोपरी बताते हुए कहा कि यदि हम ऐसा कर पाते हैं तो निश्चित तौर पर बच्चे उत्तरोत्तर विकास कर उन्नत पथ पर बढ़ पाएंगे। इस दौरान बच्चों के बीच विषय मित्र बनाने का कार्य किया गया, जो कमजोर प्रदर्शन करने वाले बच्चे को पढ़ने में मदद देने हेतु सहर्ष चुनौती स्वीकार की। इस दौरान स्वपठन प्रतियोगिता कराई गई, जिसमें प्रथम मनीष विश्वकर्मा, द्वितीय सुखमेन राजवाड़े व तृतीय लक्ष्मी विश्वकर्मा रहे तो वही सांत्वना पुरस्कार के लिए हंसलाल, नरेंद्र राजवाड़े, सुशीला व रंजीत सिंह द्वारा स्थान बनाया गया।कुश्ती के 35 किलोग्राम वजन वर्ग में प्रथम स्थान पर नीतिल सिंह, द्वितीय पीयूष सिंह तथा तृतीय रंजीत सिंह रहे,जिन्हें मंचस्थ अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया गया। मंचस्थ अतिथियों द्वारा विद्यालय के शेष बचे 11 बच्चों को स्वेटर-टोपी का वितरण किया गया। ज्ञात हो कि इस वर्ष विधालयीन छात्र-छात्राओं को अग्रवाल महिला सम्मेलन सूरजपुर के द्वारा 14 बच्चों को एवं अलख, समाज सेवी संस्था द्वारा 11 बच्चों को स्वेटर-टोपी प्रदान कर बच्चों को ठंड से बचने, प्रतिदिन पढ़ाई हेतु स्कूल आने और न समझ मे आने वाली विषयवस्तु को शिक्षकों से पूछने हेतु प्रेरित किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में श्रीमती एम0 टोप्पो, तिलेश्वरी राजवाड़े, रिजवान अंसारी, रंजीत सिंह, पियूष, हंसलाल,नरेंद्र, राहुल, ममता, रजनी सिंह व राबेन्द्र सक्रिय रहे।