रिपोर्टर:भरत शर्मा
आज का दिन न्यूज वेब पोर्टल रतलाम : सर्व ब्राह्मण संगठन के सदस्यों ने प्रदेश सरकार के आंगनवाडिय़ों में बच्चों को पोषण आहार के रूप में अंडा वितरण करने के प्रस्ताव का विरोध किया। संगठन की महिला सदस्यों ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि इस प्रस्ताव को वापस लिया जाए नहीं तो आंदोलन करेंगे। सदस्याओं ने बताया कि सरकार पौष्टिक आहार में बहुत सी वस्तुएं जो हम बच्चों को देते है और देते रहेंगे जैसे मूंगफली, दाने, चना, गुड़, सोयाबीन, खोपरा जो कि सस्ते भी है और पौष्टिक भी है। संगठन की महिलाओं ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि अहिंसक समाज के साथ ही यह समाज और धर्म के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। इस प्रस्ताव को तुरंत वापस लेना चाहिए।माता-पिता के साथ अन्याय होगा इस संबंध में संगठन की अध्यक्ष डॉ. संध्या उपाध्याय की अध्यक्षता ब्राह्मण महिला अध्यक्षों सनाठ्य आदिगौड अध्यक्ष सुनीता पाठक, राधा जोशी, प्रथमा कौशिक, औदुम्बर ब्राह्मण महिला अध्यक्ष इन्दु उपाध्याय, इन्दु पाठक, सपना दुबे, गुर्जर गौड़ अध्यक्ष सरिता तिवारी, साधना तिवारी, मौड़ ब्राह्मण अध्यक्ष नमीता शुक्ला आदि सदस्यों ने राज्य सरकार से मांग की है कि स्कूल और आगंनवाड़ी में जो बच्चे आते है वे लगभग शाकाहारी रहते एवं ना समझ। ये उन बच्चों के माता-पिता के साथ अन्याय है जो अपने बच्चों को स्वस्थ और शाकाहारी देखना चाहते है।
समाज और धर्म के साथ खिलवाड़ ना हो
सर्वब्राह्मण महिला संगठन राज्य सरकार से मांग करती है कि पौष्टिक आहार में अंडे की जगह बहुत ही शाकाहारी वस्तुएं है जिन्हें दिया जा सकता है जिससे जो समाज मांसाहारी नहीं है उस समाज के बच्चों को आंगनवाड़ी एवं स्कूल भेजने में झिझक नहीं करेंगे और समाज और धर्म के साथ खिलवाड़ ना हो । इसलिए सर्व बाह्मण समाज की विभिन्न महिला समिति पदाधिकारी मांग करती है कि राज्य सरकार इस पर जरूर विचार करें नहीं तो बाह्मण महिला संगठन आंदोलन कर सकती है ।