नारायणपुर:- गौ ग्राम स्वावलम्बन समिति छत्तीसगढ़ के द्वारा पूरे प्रदेश में कांग्रेस सरकार द्वारा चलाये जा रहे गाय गोबर आकधारित खाद का खेतों में उपयोग कराने वाली योजना का स्वागत किया है,संभु नाथ चक्रवती ने जानकारी दी कि सरकार की इस योजना को सफलतापूर्वक लगातार चलाये जाने हेतु सरकार को कलेक्टर ,के माध्यम से 4 नवम्बर गोपाष्टमी के दिन जशपुर के सभी ब्लाकों के किसानों के द्वारा ज्ञापन दिया जाएगा।
आज के व्यवहारिक युग में कोई भी बात आधुनिक शास्त्रीय प्रणाली द्वारा सिद्ध किये बिना महत्तव स्पष्ट नहीं होता।कृषि भूमि की उर्वरशक्ति बढ़ाने विश्व कल्याण, मानव कल्याण के लिये गौमाता की उपयगिता इस कारण भारतीय महर्षियों ने कठिन त्याग-तपस्या और साधना से यह ज्ञात किया था कि भारतीय जीवन और अर्थव्यवस्था में गौमाता का स्थान सर्वोपरि है।उजड़ते ग्राम, शहर की ओर भागते युवक, जहरीले होते अनाज व फल-पौधे,उसर होती भूमि आदि का एक ही समाधान- " गाय गोबर आधारित खाद का
खेतों में उपयोग " इस दिशा में वर्तमान छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पहल का स्वागत है किन्तु किसी भी योजना की सफलता जनता की सक्रिय भागीदारी पर निर्भर है।जिसके लिए सकारात्मक वातावरण बनाने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ के समस्त कृषकों व संस्कृति प्रेमी सज्जनों को प्रांत के समस्त जिला केन्द्रों में एक ही दिन गोपाष्टमी कार्तिक सुदी ,सोमवार,4 नवम्बर 2019 को समय दोपहर 2 बजे शासन से मांग हेतू जिला कलेक्टर जशपुर को ज्ञापन सोपा जायेगा।कृषकों के द्वारा मांग है कि गई है शासन,गाँव के कृषकों को जैविक खाद बनाने के लिए प्रेरित करें व उनके द्वारा निर्मित खाद को उचित मूल्य देकर सहकारी समिति द्वारा खरीदें। , जैविक खादों का उपयोग हो एवं इसका समुचित ढंग से प्रचार-प्रसार हो।, रासायनिक खादों के लिए जो सब्सिडी दी जाती है उसे बंद करके जैविक को प्रोत्साहित किया जाये।कृषि प्रधान लौकिक व्यवहार में गाय सबका कल्याण कारी होती है, इसलिए गोरक्षा धार्मिक, आर्थिक, वयावहारिक प्रत्येक दृष्टि से परम आवश्यक है। गौ कृषि अर्थशास्त्र का एक महत्वपूर्ण आधार स्तम्भ है।