स्टेट नोडल एजेंसी द्वारा बुलाई गई मीटिंग में आज सकारात्मक माहौल में बातचीत हुई पूरे प्रदेश से विभिन्न स्पेशलिटी के इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सदस्यों और शासकीय चिकित्सकों के बीच आयुष्मान द्वितीय वर्ष के लिए हुई चर्चा में सभी स्पेशलिटी की ओर से अलग-अलग सुझाव आए
आयुष्मान योजना के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री नीरज बनसोड ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की लंबित मांगों पर सकारात्मक रुख अपनाते हुए सभी चिकित्सकों को आश्वासन दिया कि सभी लंबित मांगों पर सार्थक हल निकाला जाएगा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की तरफ से इस सार्थक पहल का हम तहे दिल से स्वागत करते हैं .यह सकारात्मक शुरुआत आयुष्मान योजना कि प्रदेश में सफलता का पहला संकेत है.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की तरफ से मुख्यतः चार मांगे रखी गई है
1.गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले आयुष्मान कार्ड के पैकेज रेट मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना की पात्रता रखने वाले मरीजों अर्थात गरीबी रेखा से ऊपर रहने वाले मरीजों से अलग किए जाएं और इसमें अतिरिक्त सुविधाओं के लिए नर्सिंग होम्स को पात्रता दी जाए
2. आयुष्मान योजना में कार्य कर रहे शासकीय चिकित्सकों को शासकीय अस्पतालों में इलाज किए जा रहे मरीज को मरीजों का राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना की शेयर मनी गाइडलाइन के हिसाब से इंसेंटिव दिया जाए.
3. प्रतिवर्ष मेडिकल मुद्रास्फीति के हिरा हिसाब से पैकेज रेट में वृद्धि की जाए.
4. मरीजों के ऑपरेशन और अन्य सेवाओं में स्पेशलिटी पैकेज के रेट अलग से निर्धारित करने का भी सुझाव दिया गया है.