नितिन राजीव सिन्हा
चंपा देवी पार्क के विशाल मैदान में क़रीब १ लाख लोग प्रियंका गांधी को सुनने के लिये आये हुये थे जो तीन घंटे कड़ी धूप में पसीनों से तरबतर होकर भी स्थिर रहे यह भीड़ की कांग्रेस के प्रति पुन:जागृत हुई आस्था है प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा है कि सभा स्थल से १० किलोमीटर दूर इंजीनियरिंग कॉलेज के पास दूर दराज़ से आने वाली बसों को प्रशासन ने रोक दिया था हज़ारों लोगों ने दस किमी का सफ़र पैदल तय किया फिर सभा स्थल पर कांग्रेस नेताओं को सुना..,
देवरिया जिला से बड़ी तादाद वहाँ पहुँची वहीं महाराजगंज,कुशीनगर,बलिया,मऊ,बस्ती,खलीलाबाद और सिद्धार्थ नगर के ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्र से लोग आये थे यह कांग्रेस संगठन का सामूहिक प्रयास था कि सत्ता के भय को दरकिनार करके लोग आये मसलन लोगों में व्याप्त जन आक्रोश उजागर हुआ..,
योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपुर में ३१ अक्टूबर २०२१ को जो हुआ वह इतिहास में दर्ज हुआ है भय,भ्रम और भूल यह जनता की पीड़ा थी जिसे गोरखपुर में प्रियंका गांधी की विशाल जनसभा में मन की बात से कोफ़्त हुये जन समुदाय ने कांग्रेस नेताओं को सुना विगत ३२ सालों से हो रही निरंतर भूल के सुधार पर अपना मुखर समर्थन प्रकट किया और सामूहिक सूर का संदेश यही था कि भय,भ्रम और भूल की परिपाटी अब उत्तर प्रदेश की राजनीति का आधार न होगा..,
सभा स्थल पर बड़ी तादाद में महिलायें आईं उन्होंने लड़की हूँ लड सकती हूँ का नारा बुलंद किया वहीं छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानों के हितों पर किये गये अपने कार्यों की जानकारी उपस्थित जनसमुदाय के साथ साझा की प्रियंका गांधी की रैली में छत्तीसगढ की सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों को ख़ूब सराहना मिली गोबर ख़रीदी योजना के बहुआयामी प्रारूपों पर मुख्यमंत्री ने बातें की वहीं धान की २५०० रूपये क्विंटल की ख़रीदी पर,किसानों की ऋण माफ़ी पर भूपेश बघेल ने कांग्रेस के पक्ष में ख़ासा जन समर्थन हासिल किया..,
“इस रैली ने कई मिथक तोड़े हैं तीस साल बाद कांग्रेस समर्थकों के मनों में यह विश्वास जगाया है कि गुंडई की सत्ता के खिलाफ जनता को खड़ा किया जा सकता है नृशंस अपराधियों को सत्ता की धुरी बनाने के ३२ सालों की भूल सुधार की जा सकती है सत्ता के भय पर जीत हासिल की जा सकती है वहीं अच्छे दिन आयेंगे के भ्रमजाल को तोड़ा जा सकता है..,”