सूजन कबिराज की रिपोर्ट
केंद्र की राजनीति से हटकर राजनीति करने में कांग्रेस सफल हुई एवम छत्तीसगड़ में भारी बहुमत से काबिज हुई है। ऐसे में नए चेहरों पर पार्टी का विस्वास बढ़ा है एवम नए तरीके की राजनीति को भूपेश बघेल एवम अन्य कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने अपनाया है। फलस्वरूप जनता में कांग्रेस के प्रति विस्वास बढ़ा है ऐसे में नगर पालिका परिषद का आने वाला चुनाव भी विशेष महत्वपूर्ण रखता है । बस्तर एवम कांकेर आस पास के क्षेत्रों की विशेषता यह रही है कि जब जब किसी पद पर महिला कर्यकर्ता पर विस्वास जताया गया है। जीत मिली है दंतेवाड़ा जीता जागता उदाहरण रहा है। ऐसे में कांकेर की अनारक्षित महिला शीट भी किसी नए चेहरे के इंतज़ार में है यह कहे तो कोई अतिशयोक्ति नही होगी। किसी समाज सेवी महिला को इस बार जरूर यह शीट मिलना तय है। ऐसे में अटकलों का बाजार गर्म है। एवम कांकेर की आमापारा निवाशी श्रीमती शशि तिवारी जो कि तेज तर्रार समाजसेवी के रूप में जानी जाती हैं । टिकिट की अटकलों का बाजार गर्म है हो सकता है उन्हें नए चेहरे के रूप में कांकेर से मौका मिल जाये। शशि तिवारी का टिकिट इसलिए भी प्रत्याशित माना जा रहा है क्योंकि उनका परिवार लंबे समय से पार्टी में अपने कार्यों से चर्चा बटोरता रहा है । परन्तु शशि तिवारी का योगदान उनके परिवार के योगदान मैब सम्मलित किया जाना सही नही है । अकेली ही कई महिलाओ को रोजगार या हक़ की लड़ाई में । खुद को झोंक देने वाली श्रीमती तिवारी ने कांकेर की जरूरतों के लिए शराब बंदी जैसे आंदोलनों को हवा दी थी एवम अपने मोहहल्ले में कई बार नसे के कारोबारियों को पकड़वा चुकी हैं जिससे नशे का कारोबार लगभग आमापारा में बंद सा है। वर्तमान में अस्पतालों व अछि चिकित्सा व्यवस्था के लिए श्रीमती शशि तिवारी लड़ाई लड़ रही हैं ताकि लोगो को रायपुर न जाकर कांकेर में ही अच्छी चिकित्सा मिल सके । खराब रोडो के लिए भी सभा बुला कर आंदोलन कर चुकी तिवारी प्रबल दावेदारी पेश कर रही है। व देखना है कि कांग्रेस का आलाकमान आगामी नगर पालिका परिषद चुनावो में उनपर कितना यकीन जताता है । और एक ईमानदार महिला को जनता की आवाज बनने का मौका देता है या नही । विधायक को अपनी दावेदारी पत्र शौंप चुकी श्रीमती तिवारी आलाकमान के निर्णय के इंतज़ार में हैं।