नितिन राजीव सिन्हा
हरियाणा विधान सभा चुनाव के लिये कांग्रेस के जारी हुए घोषणा पत्र की तारीख़ और राष्ट्रवाद के जज़्बे से ओत प्रोत मोदी सरकार की नीतियों जिसमें मुनाफ़े में चलने वाली भारतीय रेल्वे निजीकरण के दौर में पहुँचा दी गई है में सिर्फ़ एक दिन का अंतराल है ..,
१० अक्टूबर को नीति आयोग के सचिव अमिताभ कांत ने रेल्वे बोर्ड के चेयरमेन बीके यादव को पत्र लिखा है,जिसके मुताबिक़ यह तय हुआ है कि पहले चरण में १५० ट्रेनें के परिचालन पर निजी ऑपरेटरों का क़ब्ज़ा होगा और ५० स्टेशन भी निजी कंपनियों की जागीर बना दी जायेगी..,भाजपा यह काम राष्ट्रवाद को सशक्त करने हेतु करती हुई दिख रही है..,
अब,कांग्रेस के घोषणा पत्र की बात करते हैं ११ अक्टूबर को जारी किये गये पत्र में कहा गया है कि सरकार बनने पर २४ घंटे में किसानों का क़र्ज़ माफ़ किया जायेगा ध्यान रहे कि ऐसा छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनते ही २०१८-१९ में किया भी गया है क़रीब ११००० करोड़ रुपयों के किसानों के क़र्ज़ माफ़ कर दिये गये हैं..,
घोषणा पत्र में कहा गया है कि भूमिहीन किसानों को भी ऋण माफ़ी का लाभ मिलेगा,दो एकड़ तक ज़मीन रखने वाले किसानों को मुफ़्त बिजली देने की बात भी घोषणा पत्र में की गई है,वहीं प्राकृतिक आपदा होने की स्थिति में @१२०००/ रुपये प्रति एकड़ मुआवज़ा देने का वादा किया गया है..,
१० और ११ तारीख़ ये वो तिथि है जबकि मोदी सरकार की चाल जो कि सेठों की क़दमपोशी के निशाँ देश की ज़मीं पर छोड़ गये हैं वह उजागर हुए हैं वहीं कांग्रेस के चरित्र का चित्रण उसका घोषणा पत्र करता है,उसका भी ख़ुलासा हुआ है..,
किसानों के साथ इन दिनों कांग्रेस खड़ी हुई दिख रही है वहीं सेठों के क़दमों में भाजपा बिछी हुई दिखाई पड़ रही है..,जिस पर लिखना होगा कि-
दिन मुफ़लिसी
के,तो नहीं थे
पर,बिक गये
बीच बाज़ार में
रेल्वे का है काम
सतत चलना..,
वह,चल जायेगी
अब,सिर्फ़ पहिये
बदले जायेंगे..,
रेल्वे के मालिक
बदल जायेंगे,
मुनाफ़े की बात
कोई क्यों करे..?
चिड़िया चुग गई
है,जब खेत
किसान बेचारा
क्या करे..!!!
कांग्रेस क़र्ज़ माफ़ी
का वादा करे,
कहे मोदी”सौगंध
मुझे है मिट्टी की
मैं,देश नहीं
बिकनें दूँगा..,