छत्तीसगढ़ मितवा संकल्प समिति और क्वीरगढ़ द्वारा 29 सितंबर 2019 को विशाल गौरव यात्रा का आयोजन किया जा रहा है. इस गौरव यात्रा में शामिल होने पूरे भारत के विभिन्न राज्यों से समुदाय के लोग सुबह पहुंचेंगे.
भारतीय संविधान का अनुच्छेद 21 के तहत हमें जीवन जीने की आजादी देता है , आजादी मिलने के बाद भी हमारी सामाजिक व्यवस्था में विषम लैंगिकता से परे अन्य प्रकार के यौनिक अभिव्यक्तियों को नहीं स्वीकारा जाता. इसके पीछे सिर्फ एक ही वजह है कि हमें सामाजिक संरचना के भंग होने का डर होता है लेकिन यह बेवजह का डर है. अमेरिका, जर्मनी और लंदन जैसे देशों में जहां अन्य यौन अभिव्यक्तिओं को स्वीकारा गया है.
हमें समाज में ऐसी व्यवस्था लाना चाहिए जहां होमो सेक्सुअल , बाय सेक्सुअल, ट्राय सेक्सुअल, गे , लेस्बियन , वीर और अन्य सभी लोगों को समानता का अधिकार मिले. इन मुद्दों के प्रति जागरूकता के लिए 29 सितंबर को छत्तीसगढ़ में यौन अल्पसंख्यकों का गौरव यात्रा आयोजित किया गया है. आप सभी से अनुरोध है कि इस गौरव यात्रा में शामिल होकर हमें समर्थन और और संबल प्रदान करें