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-दंतेवाड़ा की लाल धरा- देश की चिंता और मोदी का “मिशन कारपोरेट”

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नितिन राजीव सिन्हा

नरेंद्र मोदी दंतेवाड़ा आते रहे हैं और नंगे पाँव अपनी पवित्र धरा पर विचरण करने वाले आदिवासियों का उनके पाँव तले की ज़मीं का फ़ासला उन्हें चप्पल पहना कर बढ़ाते रहे हैं एक फ़ोटो हमारे पास है जिसमें नरेंद्र भाई मोदी आदिवासी महिला के पाँव में चरण पादुका उर्फ़ चप्पल पहनाते हुए दिख रहे हैं और बग़ल में खड़े रमन सिंह जो तब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री थे वो आदिवासियों के भावी दुर्दशा जिसमें उनके ज़मीन,जंगल और पहाड़ों पर तथाकथित विकास पुरुष के सच्चे मित्र गौतम अदानी का क़ब्ज़ा होने की रूप रेखा तय हो चुकी थी उसकी ख़ुशी में ताली पिटते नज़र आ रहे हैं जैसे किन्नर के हाथ जब भी हवा में उठते हैं वो,ताल से ताल मिलाते हैं और ताली बन जाते हैं सो,मोदी के सामने रमन उसी भूमिका में थे और इसके संकेत ताल से ताल मिलाकर वो दे भी रहे थे..,

ख़ैर,आज विषय कुछ और है दरअसल दंतेवाड़ा उपचुनाव में कल मतदान होना है और वहाँ की धरा जो कि लाल ग़लीचा कहलाती है क्योंकि नक्सलवादियों की वह गढ़ बन चुकी है और वह लाल इसलिये भी है कि वह ज़मीं लोहे से भरी हुई है घना जंगल है पर,२०१४ में देश में मोदी सरकार के बनते ही उस भू भाग के नंदराज पर्वत शृंखला पर अदानी का क़ब्ज़ा हो गया अनुमान है कि लाखों पेड़ों से आच्छादित वह पर्वत नंगा कर दिया गया..,

इससे आदिवासी समाज व्यथित है वह आंदोलित भी है पर,राष्ट्रवाद के इस दौर में नक्सल उन्मूलन के नाम पर जो फ़ोर्स केंद्र से भेजी जाती है वह कारपोरेट के हित साध रही होती हैं ऐसा आदिवासियों का मानना है..,

उप चुनाव के दौर में दंतेवाड़ा जाकर जो लोग वापस लौटे हैं उनका कहना है कि आदिवासी डरा हुआ है वह कारपोरेट के दख़ल से असहज हुआ है जंगलों और पहाड़ों की हो रही संगठित लूट पर उसकी ज़ुबाँ अब हरकत नहीं कर रही है वह जान चुका है के जिस पल मोदी के हाथों चरण पादुका उसने पहनी थी उसी दिन उसकी नियति तय हो चुकी थी कि उसे अपनी ज़मीन,अपने पहाड़ छोड़ने होंगे उसे आगे बढ़ना होगा,कहीं दूर जाना होगा ..,

अब कल २३ सितम्बर २०१९ को जनता मतदान करेगी विकास के नाम पर भाजपा बूथ पर वोट माँगेगी पर क्या वह जवाब दे पायेगी कि अदानी मुक्त बस्तर की जनता की माँग पर मोदी सरकार कोई क़दम आदिवासियों के हित में उठा पायेगी..,शायद नहीं..!!!

मोदी की फ़ितरत जिसमें वह अदानी सेठ की बेगम की ख़िदमत में ज़मीं तक झुके हुए से एक तस्वीर में दिख रहे हैं उस पर लिखना होगा कि-

कुछ,ख़ौफ़ ए ख़ुदा

कीजिए इस तरह

न झुका कीजिये

देश की आन 

हैं आप

हुज़ूर,तन

कर ज़रा

चला कीजिये..,

 

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